राज्य कृषि समाचार (State News)

किसानों की शिकायत उन्नत किस्म के नाम घटिया किस्म के बीज उपलब्ध कराए गए

25 नवंबर 2024, उज्जैन: किसानों की शिकायत उन्नत किस्म के नाम घटिया किस्म के बीज उपलब्ध कराए गए – सरकार भले ही किसानों को उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध कराने के लिए बीज ग्राम योजना का संचालन कर रही हो लेकिन प्रदेश के अन्य जिलों के साथ ही उज्जैन जिले में भी किसानों की यह शिकायत सामने आ रही है कि कृषि विभाग द्वारा उन्हें उन्नत किस्म के नाम घटिया किस्म के बीज उपलब्ध कराए गए है और इससे परेशान किसानों की सुनवाई नहीं हो रही है।

एक तरफ जहां सरकार का पूरा फोकस किसानों और उनकी आया बढ़ाने पर है तो वहीं दूसरी तरफ सरकारी अमला किसानों के लिए मुसीबत बना हुआ है। हालत यह है कि जब भी मौका मिलता है कृषि विभाग द्वारा किसानों के साथ धोखाधड़ी शुरु कर दी जाती है। ऐसा ही ताजा मामला है कि गेंहू के बीज का। विभाग ने अनुदान के नाम पर किसानों को बेहद घटिया बीज थमा दिया है। इससे अब किसान बेहद परेशान चल रहे हैं। बीज ग्राम योजना के तहत उन्नत किस्म का बीज उत्पादित करने के लिए यह बीज बीते पखवाड़े में किसानों को दिया गया है। जैसे किसानों ने बुआई के लिए बीज के बोरे खोले तो उसके अंदर से बेहद खराब यानी की घुना हुआ गेहूं निकला है। ऐसा नहीं है कि इस तरह का बीज किसी एक जिले में निकला हो बल्कि , कई जिलों यही स्थिति बनी हुई है।  दरअसल किसान कल्याण एवं कृषि विभाग बीज निगम से गेहूं के बीज की 8737 (अनमोल) किस्म किसानों के लिए उपलब्ध करवा रहा है। सभी पंचायतों में कृषि विस्तार अधिकारियों के जरिये यह बीज किसानों को अनुदान पर दिया गया।  बीज पर किसानों को भरोसा था, लेकिन जब उन्होंने बोवनी के समय इसे खोलकर देखा तो वह पूरा खराब निकला। गेहूं में घुन लग चुका था या कीड़े पड़ गए थे। किसानों ने हाथ से उठाकर देखा तो आटा बन चुका था। गेहूं के दानों में छेद तक हो गए थे। इसका वीडियो किसानों ने उपलब्ध कराया है। किसानों ने कृषि विभाग में इसकी शिकायत की है, लेकिन अभी तक उनको दूसरे बीज का विकल्प भी नहीं मिला है। बोवनी का समय बीत रहा है, इसलिए किसान भी परेशानी में हैं। बताया जा रहा है कि विभाग बीज निगम से गेहूं लेता है, फिर सभी कृषि विस्तार अधिकारियों को करीब 50-50 बोरियां उपलब्ध कराता है। यह अधिकारी प्रति किसान सिर्फ 40 किलोग्राम बीज देते हैं।

Advertisement
Advertisement

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

Advertisement8
Advertisement

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

Advertisement8
Advertisement

www.en.krishakjagat.org

Advertisements
Advertisement5
Advertisement