कृषक वैज्ञानिक परिचर्चा संपन्न
06 अक्टूबर 2020, नीमच। कृषक वैज्ञानिक परिचर्चा संपन्न – किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग की आत्मा परियोजना अंतर्गत दो दिवसीय कृषक वैज्ञानिक परिचर्चा का आयोजन ऑन लाइन गूगल मीट एवम ऑफ लाइन कृषि विज्ञान केंद्र नीमच में रखा गया, जिसमें जिले के किसानों को ऑनलाइन गूगल मीट से जोडकर कृषि वैज्ञानिक ,कृषि ,आत्मा, उद्यानिकी ,पशुपालन ,मत्स्य , इफको, विभाग के जिला अधिकारियों ने किसानों को ऑनलाइन एवम ऑफ लाइन किसानों को तकनीकी जानकारी दी गई .
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सर्व प्रथम उपसंचालक सह परियोजना संचालक आत्मा श्री सज्जन सिंह चौहान ने विभागीय योजनाओं के साथ किसानों की खेती की आय को बढ़ाने पर चर्चा की । वरिष्ठ वैज्ञानिक एवम कृषि विज्ञान केंद्र प्रमुख नीमच डॉ. सी. पी. पचौरी ने पॉवर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम विभिन्न फसलों की कृषि कार्य माला बताई और . किसानों की फसलों की समस्याओं के प्रश्नों का तत्काल निराकरण कर कहा कि किसान उद्यानिकी फसलो के प्रोसेसिंग एवम विपणन करके अपने उत्पाद का दो गुना पैसा कमा सकता है । कृषि वैज्ञानिक डॉ. पी. एस. नरुका ने फसलों में उर्वरक प्रबंधन पर विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि खेतों में कृषि तकनीकी एवं संचार माध्यम का सदुपयोग कर अच्छी खेती की जा सकती है .डॉ. शिल्पी वर्मा ने कृषक महिलाओं से बचत और स्वास्थ्य की दृष्टि से घर के पास ही खाली पड़ी जमीन में किचन गार्डन बनाकर शुद्ध जैविक सब्जियां उगाने की सलाह दी. उप परियोजना संचालक आत्मा डॉ. यतिन मेहता ने कृषकों को कृषक उत्पादक संगठन बनाने की प्रक्रिया की जानकारी दी और कहा कि कृषक एफपीओ का गठन कर खुद अपने उत्पाद का प्रोसिंग कर अच्छा पैसा कमा सकता है, उसका एक ब्रांड बना सकता है ।
कृषि विज्ञान केंद्र नीमच के कीट वैज्ञानिक डॉ श्याम सिंह सारंग देवोत ने नीमच जिले की सभी फसलों को पॉवर पॉइंट प्रजेंटेशन पर चित्रों के माध्यम से कीट एवम व्याधियों के बारे मे विस्तार से बताया .किसान श्री भागीरथ नागदा बासनिया श्री कमल राठौर पावटी ,श्री अरविंद पाटीदार रामनगर, श्री सूर्यपाल सिंह जवासा के प्रश्नों के उत्तर देकर उनकी समस्या को ऑनलाइन हल किया . डॉ जे. पी. सिंह ने किसानों को मिट्टी परीक्षण का महत्व बताया और कहा कि हर ब्लॉक में स्थापित मिट्टी परीक्षण प्रयोग शाला में मिट्टी परीक्षण करवाएं और रिपोर्ट में लिखित अनुशंसा के आधार पर ही उर्वरकों का प्रयोग करें .उपसंचालक उद्यानिकी श्री नारायण सिंह कुशवाहा ने किसानों को पानी की बचत करने हेतु ड्रिप एवम स्प्रिंकलर सिंचाई विधियों का उपयोग करने की सलाह दी , ताकि कम पानी मे खेती करके अधिक उत्पादन ले सकें. नीमच के श्री मुकुन्द राव ने मत्स्य विभाग के तहत बलराम तालाब से मछली पालन और एवं वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश पाटीदार मनासा ने पशुपालन के महत्व , पशुओं के टीकाकरण पर चर्चा की और किसानों से अपने पास उपलब्ध अनाज से पशु आहार बनाने का आग्रह करते हुए इसकी विधि भी बताई और पूछे गए सवालों के ज़वाब भी दिए ।मुख्य प्रबंधक इफको डॉ बी.एस. जादौन ने पानी मे पूर्णतः घुलनशील उर्वरक एवम इफको नैनो नाइट्रोजन के बारे में बताया । आभार प्रदर्शन विकास खंड तकनीकी प्रबंधक रघुवीर सिंह लोधा ने किया।इस आयोजन में विकास खंड तकनीकी प्रबंधक श्री पुरुषोत्तम बोहरा ,श्री ललित नारायण शर्मा, श्री जितेंद्र खेमरिया, कंप्यूटर सहायक सुश्री योगिता पांडेय, श्री अनिल कुमावत सहित सभी विकास खंड के अधिकारी /कर्मचारी उपस्थित थे.