किसान राजेन्द्र पट्टा ने 7 एकड़ में चिया की फसल लगाई
04 अप्रैल 2025, मंडला: किसान राजेन्द्र पट्टा ने 7 एकड़ में चिया की फसल लगाई – सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन आत्मा प्रदर्शन अंतर्गत परियोजना संचालक श्री आर डी जाटव के निर्देशन एवं बीटी एम श्री मोहित गोल्हानी के मार्गदर्शन में मंडला जिले के ब्लॉक नारायण गंज के ग्राम किकरिया के किसान श्री राजेन्द्र पट्टा , (जनपद अध्यक्ष बीजाडांडी ) ने अपने गांव के किसानों के साथ 7 एकड़ में अपने खेत में पहली बार चिया फसल लगाई और अन्य किसानों के लिए प्रेरणास्रोत बन गए।
श्री पट्टा ने कृषक जगत को बताया कि 7 एकड़ में पहली बार अपने खेत में चिया की फसल लगाई है। गांव के अन्य किसानों ने भी अलग-अलग रकबे में चिया की फसल लगाई है। इस वर्ष रबी में गेहूं और दलहन की फसल ली थी। खरीफ में धान की फसल लेते हैं। इस बार जायद में मूंग और उड़द की फसल लेने की तैयारी की जा रही है। सिंचाई के लिए निजी बोरिंग है। अन्य किसानों के लिए नर्मदा का जल स्रोत है।
श्री गोल्हानी ने जानकारी दी कि चिया, पोदीना परिवार का एक वार्षिक पौधा है। चिया की खेती में कम खाद की ज़रूरत होती है । चिया की खेती में खरपतवार प्रमुख समस्या होती है। इसीलिए इस फसल में यांत्रिक खरपतवार नियंत्रण को प्राथमिकता दी जाती है। इसे मुख्य रूप से इसके बीजों के लिए उगाया जाता है। चिया के बीजों में कई पोषक तत्व होते हैं। चिया का बीज 1 से 1.5 किलो प्रति एकड़ लगता है। अगर समय पर बुबाई की जाती है तो 5 से 6 क्विंटल/एकड़ का उत्पादन मिल जाता है, अगर देरी से बुवाई की जाती है तब 3 क्विंटल /एकड़ तक उत्पादन मिलता है। इसका बाजार मूल्य 150 से 170 रु किलो मिलता है। यदि किसान चिया फसल की पैकिंग और बाजार को समझ कर कार्य करे तो उन्हें 500 रुपया किलो अर्थात 50 हज़ार प्रति क्विंटल तक भाव मिल सकता है। गेहूं की फसल लगाने वाले किसानों को फसल विविधीकरण अंतर्गत नई फसल अपने खेतों में लगाने हेतु प्रेरित किया । इस हिसाब से छोटे किसानों के लिए यह फसल अधिक आमदनी का साधन बन सकती है।
चिया बीजों की विशेषताएं – चिया के बीजों में 25 से 60% तेल होता है। चिया के बीजों में ओमेगा 3 और ओमेगा 6 फैटी एसिड होते हैं।चिया के बीजों का इस्तेमाल दवा, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, और इंजीनियरिंग में होता है। चिया के बीजों से स्वस्थ त्वचा, मज़बूत हड्डियां और मांसपेशियां बनती हैं। चिया के बीज हृदय और पाचन तंत्र को बेहतर करते हैं। चिया के बीज मधुमेह को कम करने में भी सहायक होते हैं।
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