राज्य कृषि समाचार (State News)पशुपालन (Animal Husbandry)

बायोफोर्टिफाइड किस्मों की संभावनाओं पर विचार

13 दिसंबर 2024, झाबुआ: बायोफोर्टिफाइड किस्मों की संभावनाओं पर विचार – झाबुआ में गत दिनों कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र पशुपालन एवं पशु चिकित्सा, उद्यानिकी, मत्स्य पालन, कृषि अभियांत्रिकी, सहकारिता, दुग्ध संघ आदि विभागों में संचालित योजनाओं कार्यक्रमों तथा रखी मौसम 2024-25 में आयोजित होने वाली गतिविधियों के सम्बंध में गहन समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

बैठक में जिले में दलहनी फसलों के रकबे में विस्तार के लिए अरहर पूसा 16 जैसी किस्में मील का पत्थर साबित हो सकती हैं, जिससे किसान रबी मौसम में गेहूं, चना जैसी फसल का उत्पादन भी ले सकते हैं। कृषि विभाग अंतर्गत संचालित नवाचारी प्रयासों की विस्तार से हुई समीक्षा के दौरान कहा गया कि बायो फोर्टिफाइड किस्मों की संभावनाओं को भी खंगाला जाना आवश्यक है। रबी मौसम के दौरान किसानों की मांग अनुसार पर्याप्त मात्रा में गुणवत्तायुक्त बीज, उर्वरक भण्डारण एवं किसानों को अच्छी किस्म के बीज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

उद्यानिकी अंतर्गत टमाटर प्रसंस्करण के साथ डी हाइड्रेट उत्पाद, सोयाबीन प्रसंस्करण उत्पाद निर्माण तथा विपणन के सम्बन्ध में नियोजन करने हेतु निर्देशित किया गया। जिले में उत्पादित होने वाले खाद्यान्न दलहन तिलहन मसाला जैसे विशिष्टता भरे कृषिगत उत्पादों को जिले के बाहर बेहतर विपणन के अवसर प्रदान करने हेतु कार्य किया जाये। पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड समय सीमा में शत-प्रतिशत प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गये है तथा किसान क्रेडिट कार्ड के लक्ष्य को विकासखण्ड वार प्रदाय कर आवेदन को बैंक में प्रस्तुत किए जाएं। मछुआ पालक किसानों को प्रेरित कर मछली पालन के साथ कम लगत वाली कात तकनीक को बढ़ावा के संबंध में निर्देशित किया गया।

बैठक के दौरान श्री एन.एस. रावत उप संचालक कृषि, डॉ. विल्सन डावर उप संचालक पशुपालन विभाग, श्री जी.एस. त्रिवेदी परियोजना संचालक आत्मा, श्री नीरज सावलिया उद्यानिकी, श्री दिलीप सोलंकी मत्स्य पालन, श्री दलोदिया कृषि अभियांत्रिकी, श्री दिनेश भिड़े सहकारिता, की कनेश, दुग्ध संघ आदि विभागों के जिला प्रमुख तथा कृषि विभाग के अनुभाग एवं विकासखंड स्तरीय अधिकारी, सहायक संचालक कृषि आदि उपस्थित थे।

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