स्ट्रॉबेरी की खेती से किसान बाबूलाल पाटीदार को मिला आर्थिक फायदा, जानें कैसे हुआ बदलाव
15 अक्टूबर 2024, भोपाल: स्ट्रॉबेरी की खेती से किसान बाबूलाल पाटीदार को मिला आर्थिक फायदा, जानें कैसे हुआ बदलाव – मध्य प्रदेश के धार जिले के तिलगारा गांव के किसान बाबूलाल पाटीदार ने पारंपरिक खेती छोड़कर स्ट्रॉबेरी की खेती से अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार किया है। एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत, उन्हें उद्यानिकी फसलों की ओर प्रेरित किया गया, जिससे उन्हें बेहतर मुनाफा मिला।
बाबूलाल पहले सोयाबीन और गेहूं की खेती करते थे, लेकिन इसमें उन्हें अपेक्षित लाभ नहीं हो पा रहा था। इसके बाद उन्होंने उद्यानिकी विभाग से संपर्क किया, जहां से उन्हें स्ट्रॉबेरी की खेती करने की सलाह मिली। विभाग के मार्गदर्शन में उन्होंने एक हेक्टेयर में स्ट्रॉबेरी की फसल लगाई और मल्चिंग और ड्रिप तकनीक का उपयोग किया।
इस फसल से उन्हें करीब 180 क्विंटल स्ट्रॉबेरी मिली, जिसे जयपुर, भोपाल और इंदौर की मंडियों में बेचा गया। इससे उन्हें 2 लाख रुपये से अधिक का मुनाफा हुआ। बाबूलाल ने बताया कि इस बार उन्होंने अपने मदर प्लांट से ही पौधे तैयार कर लिए, जिससे उनकी खेती की लागत भी कम हुई।
राज्य सरकार से उन्हें 1.12 लाख रुपये का अनुदान भी मिला, जो उनके लिए काफी मददगार साबित हुआ। बाबूलाल का मानना है कि वैज्ञानिक तरीकों से खेती करने से किसानों को अच्छा मुनाफा मिल सकता है।
किसान एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत ऑनलाइन पंजीयन MPFSTS पोर्टल के माध्यम से कर सकते हैं और उद्यानिकी विभाग से अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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