कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना प्रमुख लक्ष्य है: मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश के विकास रोडमैप की चर्चा की
09 दिसंबर 2024, भोपाल: कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना प्रमुख लक्ष्य है: मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश के विकास रोडमैप की चर्चा की – मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को प्रदेश के विकास के रोडमैप की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना एक प्रमुख लक्ष्य है और इस दिशा में सकारात्मक परिणाम भी मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य में उद्योग कॉन्क्लेव के माध्यम से बड़े निवेश आकर्षित किए जा रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और प्रदेश के विकास में तेजी आएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न संभागों में उद्योग कॉन्क्लेव आयोजित की जा चुकी हैं, और इस दौरान 31,800 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। खासतौर पर नर्मदापुरम में हुए रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में इंग्लैंड से आए एक निवेशक ने 500 करोड़ रुपये के निवेश की मंशा व्यक्त की। इस निवेश से कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना को बल मिलेगा। इसके साथ ही युवाओं, महिलाओं और किसानों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उज्जैन में मेडिकल डिवाइस पार्क को भारत सरकार द्वारा स्वर्ण पदक दिए जाने की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में इस तरह के उद्योगों की बढ़ती संख्या प्रदेश के आर्थिक विकास में सहायक बनेगी। उन्होंने बताया कि इस तरह के कॉन्क्लेव्स का आयोजन प्रदेश के प्रत्येक संभाग में किया जा रहा है, जो प्रदेश के समग्र विकास को बढ़ावा दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने सिंहस्थ-2028 के आयोजन को लेकर भी अपनी योजनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन वैश्विक स्तर पर होगा और लगभग 60 वर्षों बाद श्रद्धालु पूरी तरह निर्मल जल से क्षिप्रा नदी में स्नान का पुण्य प्राप्त करेंगे। इसके लिए नदी के पानी को गंदगी से मुक्त करने और इसकी सफाई के कार्य किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि उज्जैन में साधु-संतों के लिए स्थायी आश्रम और धर्मशालाओं का निर्माण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राज्य के विकास की दिशा को लेकर भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में वन, जल, खनिज, जन सम्पदा और बौद्धिक सम्पदा की प्रचुरता है, जिसे सही दिशा में इस्तेमाल कर राज्य को एक नई ऊँचाई तक पहुँचाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कृषि आधारित उद्योगों के विस्तार से किसानों की स्थिति में सुधार होगा और इसके लिए राज्य सरकार ने कई योजनाएँ बनाई हैं।
नौकरी देने वाला प्रदेश बनेगा मध्यप्रदेश
मुख्यमंत्री ने युवाओं के लिए नौकरी के अवसर बढ़ाने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों को साझा किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश का बजट अगले चार वर्षों में दोगुना होने का अनुमान है और इसका उद्देश्य युवाओं को नौकरी की तलाश में नहीं, बल्कि नौकरी देने में सक्षम बनाना है। इसके साथ ही किसानों और महिलाओं को योजनाओं का लाभ देने का भी वादा किया गया है।
सिंचाई सुविधाओं से खुशहाली की नई दिशा
मुख्यमंत्री ने सिंचाई सुविधाओं के विस्तार पर जोर दिया और कहा कि नर्मदा घाटी के क्षेत्र में सिंचाई साधनों के विस्तार से कृषि उत्पादन में वृद्धि हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि केन-बेतवा और पार्वती- कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ परियोजनाओं से प्रदेश के कई हिस्सों में बदलाव आ रहा है, जिनसे सिंचाई और पेयजल सुविधाओं में सुधार होगा।
चिकित्सा और शिक्षा में बदलाव
मुख्यमंत्री ने राज्य में चिकित्सा और शिक्षा क्षेत्र में किए गए नवाचारों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य में चिकित्सा महाविद्यालयों की संख्या 50 तक पहुँचने वाली है, और शिक्षा के क्षेत्र में एक्सीलेंस कॉलेजों के माध्यम से उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान की जा रही है।
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