State News (राज्य कृषि समाचार)

पर्यावरण संरक्षण राज्य शासन की प्राथमिकता: मुख्यमंत्री

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पर्यावरण सम्मेलन

21 फरवरी 2024, भोपाल: पर्यावरण संरक्षण राज्य शासन की प्राथमिकता: मुख्यमंत्री – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि पृथ्वी को बचाने के उद्देश्य से पर्यावरण संरक्षण गतिविधियां राज्य शासन की प्राथमिकता है। पर्यावरण की रक्षा से संबंधित विशेषज्ञों के प्राप्त सुझावों पर आवश्यक निर्णय लिए जाएंगे। नगरी और ग्रामीण निकायों द्वारा हरीतिमा के विकास के लिए स्थान सुरक्षित किए जाएंगे। इसके साथ ही सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया जाएगा और सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर अंकुश लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ यादव रविन्द्र सभागम में पर्यावरण सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति के क्षेत्र में होने के बाद भी शिवराज जी पर्यावरण संरक्षण के महत्वपूर्ण अभियान से जुड़े हैं। वे हमारे आदर्श हैं। उनके द्वारा गत तीन वर्ष से प्रतिदिन पौधा लगाने का कार्य प्रेरक है।उन्होंने विभिन्न समाजों, बच्चों और बुजुर्गों सभी को पौध रोपण से जोड़ा है। सौर ऊर्जा को बढ़ावा देते हुए सोलर पैनल की स्थापना के लिए नागरिकों को पूरा सहयोग मिलेगा। प्रदेश में सांची सोलर सिटी की पहचान बनी है। इस कार्य का विस्तार अन्य नगरों एवं ग्रामों में होगा।

दिलवाया संकल्परोज एक पेड़ लगाएंगे

पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज यहां नागरिकों ने वर्ष में कम से कम एक पेड़ लगाने, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2070 तक नेट जीरो का लक्ष्य प्राप्त करने में सहयोग, घरों में सोलर पैनल की स्थापना, सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने और बेटा-बेटी से समान व्यवहार करने का संकल्प लिया है। प्रत्येक नगर और ग्राम में पर्यावरण के प्रति सजग नागरिकों की एक टीम तैयार कर सरकार और समाज के संयुक्त प्रयासों में सहयोग का संकल्प भी लिया गया है। धरती को सुरक्षित रखने के लिए ऐसे प्रयास आवश्यक हैं।

पर्यावरण विशेषज्ञों ने कहा

आमंत्रित पर्यावरणविद् पद्मभूषण डॉ. अनिल जोशी ने कहा कि आज विकसित देश अनेक कष्टों से गुजर रहे हैं। प्रकृति के प्रति सभी को गंभीर होना चाहिए। प्रख्यात गीतकार श्री समीर अंजान ने कहा कि उन्होंने सर्वाधिक गीत लिखने के कीर्तिमान बनाने के बाद अब यह संकल्प लिया है कि पर्यावरण पर केंद्रित गीत भी लिखेंगे। प्रख्यात पर्यावरण विद् श्री दाजी ने कहा कि भारतीय जीवन परम्परा में प्रकृति के सम्मान और संरक्षण की दृष्टि से महत्वपूर्ण आदतें शामिल हैं।उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ला ने कहा कि आज ग्लेशियर पिघल रहे हैं। यह विश्व के राष्ट्रों के लिए एक चेतावनी है। इसलिए आवश्यक है कि अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाएं जिससे पर्याप्त प्राण वायु मिलती रहे। कार्यक्रम में परिवहन एवं स्कूल शिक्षा मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत, भोपाल की महापौर श्रीमती मालती राय, सांसद श्री रमाकांत भार्गव, पूर्व सांसद श्री आलोक संजर, श्री सुमित पचौरी एवं अन्य जनप्रतिनिधि, हार्ट-फुलनेस संस्था और अन्य सामाजिक संस्थाओं के सदस्य, पदाधिकारी और पर्यावरण प्रेमी, नागरिक उपस्थित थे।

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