बाली में बाजरा की गूंज
2023- अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष की गतिविधियों में तेजी
17 नवम्बर 2022, नई दिल्ली (निमिष गंगराड़े): बाली में बाजरा की गूंज – मिलेट्स वर्ष आईवाईओएम) के रूप में मनाने की भारत सरकार की मुहिम दिनोंदिन गति पकड़ रही है। गत सप्ताह इंडोनेशिया के बाली में सम्पन्न हुए जी-20 सम्मेलन में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी सभी देशों को आव्हान किया कि टिकाऊ खाद्य सुरक्षा (सस्टेनेबल फूड सिक्यूरिटी) के लिए मोटे अनाजों के उत्पादन को बढ़ावा देना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा ‘बाजरा जैसी फसल से वैश्विक कुपोषण और भुखमरी की समस्या का समुचित तरीके से सामना किया जा सकता है। हम सभी को उत्साहपूर्वक आने वाले वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में मनाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि पोषक अनाज (मिलेट) के स्वास्थ्य लाभों को ध्यान में रखते हुए केन्द्र सरकार ने अप्रैल 2018 में मोटे अनाज को पोषक अनाज के रूप में अधिसूचित किया है। मिलेट्स की स्वदेशी और वैश्विक मांग में वृद्धि करने के लिए भारत सरकार ने संयुक्त राष्ट्र को वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष (आईवाईओएम) के रूप में घोषित करने का प्रस्ताव दिया था। भारत के प्रस्ताव को 72 देशों का समर्थन मिला और संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएन जनरल असेंबली) ने इस प्रस्ताव को अपनाया और मार्च 2021 में ही वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया है।
कृषि मंत्रालय द्वारा इस विषय पर अनेक कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारियां हो गई हैं। इस महत्वपूर्ण वर्ष को मनाने के लिए क्विज का आयोजन किया जा रहा है। आईवाईओएम-2023 की कार्ययोजना मिलेट्स के उत्पादन खपत निर्यात को बढ़ाने, वैल्यू चैन और ब्रांडिंग को मजबूत बनाने, स्वास्थ्य लाभ के लिए जागरुकता पैदा करने पर केन्द्रित है।
नई किस्मों का विकास
देश भर में पोषक अनाज के क्षेत्रफल, उत्पादन और उत्पादकता में सुधार करने के लिए भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान (आईआईएमआर) हैदराबाद द्वारा विपुल उत्पादन देने वाली जलवायु अनुकूल नई किस्मों, संकर किस्मों के विकास पर जोर दिया जा रहा है।
सुपर फूड के रूप में बाजरा
- – 131 देशों में उगाया जाता है
- – 59 करोड़ लोगों के लिए पारंपरिक भोजन
- – 72 देशों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष के प्रस्ताव का समर्थन
- – 3000 ईसा पूर्व सिंधु सभ्यता में पाए जाने का प्रमाण
पिछले तीन वर्षों के दौरान बाजरा सहित पोषक अनाज का प्रमुख राज्यों में उत्पादन (‘0000 टन में )
राज्य | पोषक अनाज सहित मोटे अनाज | ||
2018-19 | 2019-20 | 2020-21 | |
आंध्र प्रदेश | 1864.55 | 2531.17 | 2321.57 |
बिहार | 2525.45 | 2020.88 | 2109.08 |
छत्तीसगढ़ | 331.53 | 370.51 | 368.45 |
गुजरात | 1802.8 | 1786.28 | 1759.59 |
हरियाणा | 972.76 | 1098.4 | 1417.58 |
कर्नाटक | 5519.9 | 6813.62 | 7931.22 |
मध्य प्रदेश | 5147.2 | 5029.43 | 4953.65 |
महाराष्ट्र | 3096.69 | 4392.59 | 6082.11 |
राजस्थान | 6993.32 | 7333.29 | 8360.94 |
उत्तर प्रदेश | 3948.85 | 4388.53 | 4604.39 |
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