एलएसडी बीमारी का इंसानों में हस्तांतरण होने की अफवाहों पर विश्वास न करें
26 अगस्त 2022, चंडीगढ़ । एलएसडी बीमारी का इंसानों में हस्तांतरण होने की अफवाहों पर विश्वास न करें – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने राज्य के पशुपालकों से अपील करते हुए कहा कि लंपी स्किन बीमारी (एलएसडी) से घबराने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस बीमारी के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री यहां आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे।
मनुष्यों में एलएसडी वायरस के संक्रमण के संबंध में अफवाहों को स्पष्ट करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पशुपालकों को इस बीमारी से डरना नहीं चाहिए, क्योंकि यह बीमारी मनुष्यों में नहीं फैलती है। इसलिए बीमार पशुओं की देखभाल करने वाले पशुपालकों के लिए डरने की कोई बात नहीं है।
अधिकतम टीकााकरण सुनिश्चिचत करने के लिए व्यापक अभियायन शुरू
मुख्यमंत्री ने कहा कि एलएसडी के नियंत्रण के लिए पशुओं का अधिक से अधिक टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार ने व्यापक अभियान शुरू किया है। इसके तहत पशुओं का मुफ्त टीकाकरण किया जा रहा है। लगभग 20 लाख पशुओं का टीकाकरण किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस बीमारी से मृत्यु दर बहुत कम अर्थात केवल 1 से 5 प्रतिशत है। विशेषकर उन पशुओं को अधिक खतरा है जो पहले से ही अन्य रोगों से ग्रस्त हैं। बीमारी की शुरुआत में ही इलाज मिलने पर इस रोग से ग्रस्त पशु 2-3 दिन में बिल्कुल स्वस्थ हो जाता है।
बचाव के उपाय
मुख्यमंत्री ने एलएसडी बिमारी की रोकथाम के लिए पशुपालकों को फोगिंग करवाने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि किसानों को मक्खियों और मच्छरों को नियंत्रित करने की भी सलाह दी जा रही है, जो बीमारी फैलने का प्रमुख कारक हैं। इसलिए पशुपालक सफाई का विशेष ध्यान रखें।
उन्होंने कहा कि प्रभावित जानवरों को अन्य जानवरों से अलग रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए ग्वालों द्वारा पशुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने पर रोक लगाई गई है।
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