राज्य कृषि समाचार (State News)

गुना में जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक आयोजित

09 नवंबर 2024, गुना: गुना में जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक आयोजित – कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह की अध्यक्षता में रबी सिंचाई वर्ष 2024-25 हेतु जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक का आयोजन जिला कलेक्ट्रेट के सभागार में किया गया। बैठक में कलेक्टर डॉ. सिंह द्वारा जल प्रदाय व्यवस्था के संबंध में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। बैठक में मुख्‍य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री प्रथम कौशिक सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।  

 जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री संजय जैन एवं श्री एमएस नरवरिया ने बताया कि जिले के अधीन जल संसाधन विभाग के दो संभाग क्रमश: जल संसाधन संभाग, गुना एवं जल संसाधन संभाग राघौगढ़ स्थापित हैं। जिले के कार्य क्षेत्र में 5 मध्यम 53 लघु योजनायें एवं 20 स्टापडेम/बैराज/डायवर्सन वियर निर्मित हैं। निर्मित तालाबों की कुल रूपांकित क्षमता 38799 हेक्टर है। इस वर्ष जिले में 30 सितंबर 2024 तक 1212.5 मि.मी. वर्षा हुई है। जिले की औसत वर्षा 1053.50 मि.मी. है।  

Advertisement
Advertisement

तालाबों की जल भराव क्षमता के आधार पर वर्ष 2024-25 के लिये एजेन्डा अंतर्गत विभिन्न तालाबों से आम नागरिकों की माँग अनुसार पेयजल व अन्य प्रयोजनों हेतु जल आरक्षित रखा जाता है। मानसून वर्ष 2024 के दौरान हुई वर्षा से बांधों तथा नहरों, स्टापडेम, बैराजों को पहुंची क्षति के सुधार कार्य का  आकलन एवं उनका समयबद्ध संधारण एवं बहते हुए पानी को तुरंत रोककर संग्रहण कर त्वरित कार्यक्रम का निर्धारण किया जाता है। पेयजल, औद्योगिक मांग एवं वाष्पीकरण उपरांत शेष उपलब्ध जल से रबी सिंचाई हेतु ऐलान किया जाता है। सिंचाई जल प्रवाह के दौरान कतिपय तत्वों द्वारा किये जाने वाले सिंचाई अपराधों पर नियंत्रण के उपाय के लिये स्थानीय पुलिस से सहयोग लिया जाता है।  

इस दौरान कलेक्टर ने बताया कि तालाबों के नहर कमांड के क्षेत्र में आने वाले कृषकों से सिंचाई की राजस्‍व वसूली की जावे। इसी प्रकार जिन नगरीय निकायों पर सिंचाई का राजस्‍व बकाया है, उनसे भी राजस्‍व की वसूली की जावे। बैठक के दौरान महाप्रबंधक जल जीवन मिशन श्री एसएस यादव, गेल एनएफएल के प्रतिनिधि सहित अन्‍य विभागीय अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित  थे ।

Advertisement8
Advertisement

Advertisement8
Advertisement

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements
Advertisement5
Advertisement