डीएफओ ने किया बैंबू फार्म एवं औषधीय वाटिका का निरीक्षण
10 जुलाई 2025, नीमच: डीएफओ ने किया बैंबू फार्म एवं औषधीय वाटिका का निरीक्षण – नीमच के वन मण्डल अधिकारी (डीएफओ ) श्री एसके अटोदे ने भाटखेड़ी स्थित मिनी जंगल विश्वकर्मा बैंबू फॉर्म एवं औषधीय वाटिका का गत दिनों निरीक्षण किया एवं प्रगतिशील कृषक श्री कमलाशंकर विश्वकर्मा से विस्तृत रूप से चर्चा कर उनके द्वारा यहां लगाए गए औषधीय महत्व के पौधों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने श्री विश्वकर्मा के द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
श्री अटोदे ने प्रगतिशील कृषक श्री कमलाशंकर विश्वकर्मा से विस्तृत रूप से चर्चा की एवं उनके द्वारा यहां लगाए गए औषधीय महत्व के पौधों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने श्री विश्वकर्मा के द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की और दुर्लभ प्रजाति के पीले पलाश का एक पौधा भी लगाया। उन्होंने बताया कि यहां जैव विविधता के संरक्षण का अनूठा उदाहरण देखने को मिला, जैविक खेती के कारण यहां पर पक्षियों एवं अन्य जीव जंतुओं की संख्या में वृद्धि हुई है। बटरफ्लाई गार्डन में भी चार से पांच प्रजाति की तितलियां भी देखने को मिली। धीरे धीरे यह एक टूरिस्ट आकर्षण का केंद्र बन रहा है, लोग यहां घूमने, फोटोशूट कराने एवं पिकनिक मनाने भी आ रहे हैं ।
उल्लेखनीय है कि विश्वकर्मा बैंबू फॉर्म एवं औषधीय वाटिका में ‘राष्ट्रीय बांस मिशन योजना ‘में रोपित बांस की खेती के साथ कई नए नवाचार किए जा रहे हैं । यहां की औषधीय वाटिका में गिलोय, कौंच बीज, शतावरी, अश्वगंधा, सर्पगंधा, नीली व सफेद अपराजिता, हड़जोड़, गटारन, चक्रमर्द, नामी, छोटी व बड़ी दूधी, चित्रक, गुड़हल, पत्थरचट्टा, एलोवेरा, मीठा नीम, वराहीकंद, स्वार्ड बीन्स, ट्राइडेक्स, वज्रदंती, लक्ष्मण फल, रामफल, सीताफल आदि के पौधे लगाए गए हैं।
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