देगी धान का उन्नत तकनीक द्वारा अधिक उत्पादन हेतु होगा कायाकल्प- कुलपति डॉ. पी.के. मिश्रा
जनेकृविवि और आईआरआरआई की तीन दिवसीय परियोजना की प्रारंभिक बैठक का हुआ समापन
लेखक: डॉ. बी.एस. द्विवेदी, सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी
27 जुलाई 2024, जबलपुर: देगी धान का उन्नत तकनीक द्वारा अधिक उत्पादन हेतु होगा कायाकल्प- कुलपति डॉ. पी.के. मिश्रा – जवाहरलाल नेहरू कृशि वि वविद्यालय, जबलपुर एवं “अंतर्राश्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई). फिलीपिन्स” की तीन दिवसीय संयुक्त परियोजना की प्रारंभिक बैठक का भशुकवार को कुलपति डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा के मुख्यआतिथ्य एवं प्रमुख वैज्ञानिक (आईआरआरआई) डॉ. जौहर अली, अधिश्ठाता कृशि संकाय डॉ. धीरेन्द्र खरे, संचालक अनुसंधान सेवायें डॉ. जी.के. कौतू, संचालक विस्तार सेवायें डॉ. दिनकर प्रसाद मार्मा, संचालक शिक्षण डॉ. अभिशेक भशुक्ला, संचालक प्रक्षेत्र डॉ. आर.एस. भाक्ला, कुलसचिव श्री रेवासिंह सिसोदिया के विश्टिआतिथ्य में भव्य समापन हुआ। बैठक के समापन अवसर पर मुख्यअतिथि की आसंदी से कुलपति डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा ने कहा कि धान की नई किस्मों को तैयार करने, पोशण मिनरल से भरपूर चावल रहे और सूखाग्रस्त क्षेत्रों में खरीफ का फसली क्षेत्र बढाने सहित ऐसे विभिन्न बिंदुओं पर तीन दिनों तक मंथन हुआ है. यह किसान हित में कारगर सिद्ध होगी, ऐसी आ और वि वास है। जनेकृविवि और आईआरआरआई के कृशि वैज्ञानिक मिलकर किसानों के हितार्थ इस परियोजना के माध्यम से जो कार्य करेंगे और आगे की रूपरेखा तैयार की है वह मील का पत्थर साबित होगी।
इस परियोजना में जनेकृविवि के वैज्ञानिक दल की अगुवाई डॉ. जी.के. कौतु एवं आईआरआरआई, फिलीपिन्स के दल की अगुवाई डॉ. जौहर अली ने की।
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