राज्य कृषि समाचार (State News)

राजस्थान में गायों को अब नहीं कहा जाएगा ‘आवारा’, बेसहारा शब्द के इस्तेमाल पर जोर– मंत्री जोराराम कुमावत की अपील

04 नवंबर 2024, जयपुर: राजस्थान में गायों को अब नहीं कहा जाएगा ‘आवारा’, बेसहारा शब्द के इस्तेमाल पर जोर– मंत्री जोराराम कुमावत की अपील – राजस्थान के पशुपालन एवं गोपालन मंत्री श्री जोराराम कुमावत ने मीडिया को संबोधित करते हुए गायों को ‘आवारा’ कहने के बजाय ‘निराश्रित’ या ‘बेसहारा’ कहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गौवंश के संरक्षण और संवर्द्धन के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने इसे सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी जरूरी बताया, क्योंकि गाय भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व रखती है।

गायों के लिए सम्मानजनक भाषा का प्रयोग जरूरी

श्री कुमावत ने कहा कि वर्तमान में सड़कों पर जो गौवंश विभिन्न कारणों से नजर आता है, उसके लिए ‘आवारा’ शब्द का उपयोग अनुचित है। इसे बदलने के लिए विभागीय आदेश जारी किए जा चुके हैं, जिनमें सरकारी कार्यालयों में भी इस शब्द का इस्तेमाल नहीं करने की हिदायत दी गई है। मंत्री ने प्रदेशवासियों से भी अपील की कि वे अपनी भाषा में गायों के लिए सम्मानजनक शब्दों का प्रयोग करें।


राज्य सरकार की गौशालाओं को 9 महीने और नंदीशालाओं को 12 महीने का अनुदान दिया जा रहा है। इसके अलावा, बीमार और असहाय पशुओं के लिए भी वार्षिक अनुदान की व्यवस्था है। राज्य भर में गौशालाओं का विस्तार करने पर जोर दिया जा रहा है, जिससे गायों को निराश्रित नहीं रहना पड़े। मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार गोशालाओं के विकास और गौवंश की देखभाल के लिए प्रतिवर्ष लगभग 1150 करोड़ रुपये का बजट आवंटित कर रही है।

पशुओं के इलाज के लिए मोबाइल सेवा और बीमा योजना

गायों सहित अन्य पशुओं के निःशुल्क इलाज के लिए मोबाइल पशु चिकित्सा सेवा शुरू की गई है। इसके तहत, पशुपालक 1962 नंबर पर कॉल करके अपने पशुओं का इलाज अपने घर पर ही करा सकते हैं। इस सुविधा से सुदूर ग्रामीण इलाकों के पशुपालक लाभान्वित हो रहे हैं। सरकार जल्द ही दुधारू पशुओं के लिए बीमा योजना भी शुरू करने की योजना बना रही है।

गौतस्करों पर सख्ती और फर्जी गौशालाओं पर कार्रवाई

श्री कुमावत ने कहा कि गौतस्करी और गाय विरोधी गतिविधियों के खिलाफ राज्य सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। साथ ही, जो भी गौशालाएं फर्जी तरीके से सरकारी सुविधाओं का फायदा उठा रही हैं, उनके खिलाफ भी उचित कदम उठाए जाएंगे।


अंत में, श्री कुमावत ने प्रदेशवासियों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं और गौवंश के संरक्षण के लिए सभी नागरिकों से सहयोग की अपेक्षा की।

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