झाबुआ जिले में उर्वरक की निरंतर आपूर्ति और पर्याप्त भण्डारण कार्य गतिशील
26 नवम्बर 2022, झाबुआ: झाबुआ जिले में उर्वरक की निरंतर आपूर्ति और पर्याप्त भण्डारण कार्य गतिशील – रबी मौसम के मद्देनज़र झाबुआ जिले में उर्वरक भण्डारण और विक्रय केंद्रों पर उर्वरक की निरंतर आपूर्ति और पर्याप्त भण्डारण कार्य गतिशील है। वर्तमान में जिले में 2250 मे.टन यूरिया , 1169 मे.टन डी.ए.पी.,1196 मे.टन सिंगल सुपर फॉस्फेट, एवं 691 मे.टन एन.पी.के. कॉम्पलेक्स भण्डारित होेकर जिले के किसानो के लिये उपलब्ध है। किसान भाई अपनी तात्कालिक आवश्यकता के अनुरूप अपनी सुविधा से उर्वरक क्रय कर सकते हैं । जिले मे उर्वरक आपूर्ति और विपणन व्यवस्था से जुड़ी समस्त एजेन्सीज को जिला प्रशासन द्वारा मुस्तैदी से कार्य करने के निर्देश दिये गये हैं।
जिला कलेक्टर श्रीमती रजनी सिंह द्वारा इन एजेन्सीज के जिला अधिकारी और मैदानी अमलो की प्रतिदिन समीक्षा भी की जा रही हैै। जिले में कृषकों को उनकी आवश्यकता के अनुरूप उर्वरक की आपूर्ति सुगमता से हो, इसे लेकर उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास श्री एन.एस.रावत द्वारा भी निरंतर प्रयासरत हैं। कृषकों को उर्वरक की आपूर्ति हेतु एक रेक यूरिया की मांग की जा रही है। यूरिया की रेक ट्रांजिट में होकर शीघ्र ही आपूर्ति की जावेगी।
उर्वरक विक्रय पी.ओ.एस. मशीन द्वारा किया जाता है, किन्तु तकनीकी कारणों से उर्वरक विक्रय में बाधा उत्पन्न होने पर शासन द्वारा प्रदत्त निर्देशों के अनुक्रम में किसनों को उर्वरक विक्रय ऑफलाईन के माध्यम से भी किया जा सकता है। इसकी पूरी जानकारी रजिस्टर में संधारित की जा कर किसानों से आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार, भू-अधिकार पुस्तिका, प्राप्त की जावे एवं पी.ओ.एस.मशीन के कार्यशील होने पर कृषक को बुलाकर पी.ओ.एस. मशीन में दर्ज किया जाकर आधार एवं भू-अधिकार पुस्तिका वापस की जावे। इसके अतिरिक्त कृषक बंधु नेनो यूरिया की एक बोतल 60 मि.लि. प्रति स्प्रे पम्प के मान से एक बोतल 500 मि.ली. लगभग एक एकड़ में छिडकाव कर सकते हैं ।
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