राज्य कृषि समाचार (State News)

छत्तीसगढ़: केला-पपीता की खेती से लाखों कमा रहे रोहित साहू, 20 लोगों को दे रहे रोजगार

13 मई 2025, रायपुर: छत्तीसगढ़: केला-पपीता की खेती से लाखों कमा रहे रोहित साहू, 20 लोगों को दे रहे रोजगार – छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के ग्राम सहसपुर के किसान रोहित साहू ने केला और पपीता की खेती को अपनी मेहनत और लगन से नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। पिछले नौ साल से इस खेती में जुटे रोहित न केवल लाखों रुपये का मुनाफा कमा रहे हैं, बल्कि अपने खेतों में 15-20 लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं। उनकी इस सफलता ने न सिर्फ स्थानीय किसानों का ध्यान खींचा है, बल्कि राज्य के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का भी दौरा अपनी ओर आकर्षित किया।

6 मई को सुशासन तिहार के तहत बेमेतरा जिले के औचक दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री साय ने रोहित साहू के खेतों का जायजा लिया। इस दौरान रोहित ने उन्हें अपने खेतों में उगाए ताजा केले और पपीते भेंट किए। उन्होंने बताया कि वह 5 एकड़ जमीन पर केला और 3.5 एकड़ पर पपीता की खेती करते हैं। इस खेती से उन्हें प्रति एकड़ केले से डेढ़ लाख रुपये और पपीते से एक लाख रुपये तक का मुनाफा हो रहा है।

Advertisement
Advertisement

रोहित ने मुख्यमंत्री को बताया कि पारंपरिक धान की खेती की तुलना में केला और पपीता की खेती उनके लिए कहीं अधिक फायदेमंद साबित हुई है। इस दौरान मुख्यमंत्री साय ने कहा, “धान के अतिरिक्त अन्य लाभप्रद फसलों की ओर भी किसानों को बढ़ने की जरूरत है। छत्तीसगढ़ की मिट्टी बहुत उर्वरा है। इस तरह किसान कृषि से और लाभ कमा पाएंगे।” उन्होंने रोहित की मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि उनकी खेती अन्य किसानों के लिए प्रेरणा का काम कर रही है।

रोहित की कहानी उन किसानों के लिए एक मिसाल है, जो पारंपरिक खेती से हटकर नए प्रयोग करना चाहते हैं। उनकी सफलता यह भी दर्शाती है कि सही फसल चयन और मेहनत से न केवल आर्थिक स्थिति मजबूत की जा सकती है, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी पैदा किए जा सकते हैं। 

Advertisement8
Advertisement

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

Advertisement8
Advertisement

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements
Advertisement5
Advertisement