छत्तीसगढ़: लुत्ती बांध टूटने से प्रभावित किसानों को कृषि मंत्री ने 2 लाख रुपये से अधिक का मुआवजा दिया
04 सितम्बर 2025, भोपाल: छत्तीसगढ़: लुत्ती बांध टूटने से प्रभावित किसानों को कृषि मंत्री ने 2 लाख रुपये से अधिक का मुआवजा दिया – छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में लुत्ती बांध टूटने के बाद भारी नुकसान हुआ है। इस हादसे से किसानों की फसलें और पशुधन बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। मौके पर पहुंचकर कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और पीड़ित परिवारों से बातचीत कर उन्हें शासन-प्रशासन का पूरा सहयोग का भरोसा दिलाया।
मंत्री नेताम ने मौके पर ही अधिकारियों से फसल व पशुहानि की जानकारी ली और प्रभावित परिवारों को तत्काल मुआवजे के रूप में चेक वितरित किए। इस दौरान कलेक्टर राजेन्द्र कटारा, पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर, रमनलाल सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि इस आपदा से हुई क्षति की भरपाई भले पूरी तरह संभव न हो, लेकिन राज्य सरकार हर संभव मदद सुनिश्चित करेगी। उन्होंने प्रभावित परिवारों को आश्वस्त किया कि मकान क्षति, फसल हानि और पशु हानि का विस्तृत सर्वेक्षण कर शीघ्र मुआवजा राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
राहत और बचाव कार्य लगातार जारी हैं। जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय टीमें प्रभावित इलाकों में सहायता कर रही हैं। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित परिवारों को प्राथमिकता के आधार पर अस्थायी आवास, भोजन, पानी और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी इस घटना की जानकारी लेते हुए स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि प्रभावित परिवारों को हर प्रकार की सहायता दी जाए।
प्रभावित परिवारों को आर्थिक सहायता
मंत्री रामविचार नेताम ने प्रभावित परिवार देवंती, संदीप, फुलमतिया को आर्थिक सहायता प्रदान की। पशुहानि के लिए गांगरेल को 64 हजार रुपये, कन्हाई को 37,500 रुपये, खिलबानुस को 32 हजार रुपये, और फसल क्षति के लिए राजेश्वर सिंह को 8,500 रुपये, सुखदेव और सुरेश को 7,520 रुपये तथा संदीप को 1 लाख रुपये सहित कुल 2 लाख 57 हजार 40 रुपये का मुआवजा दिया गया।
बांध टूटने से न केवल फसल और पशुधन प्रभावित हुए, बल्कि आधारभूत संरचना भी क्षतिग्रस्त हुई है। खासकर डाउनस्ट्रीम साइड में बने दो पुल बह गए हैं, जिससे आवागमन बाधित हुआ है। कलेक्टर ने दोनों पुलों के स्थान पर अस्थायी डायवर्सन निर्माण का काम शुरू कर दिया है ताकि जल्द से जल्द आवागमन पुनः सुचारू हो सके। यह घटना क्षेत्र के लिए एक बड़ा आघात है, लेकिन शासन-प्रशासन द्वारा की जा रही तत्परता और राहत कार्य प्रभावित परिवारों के लिए उम्मीद की किरण बने हैं।
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