राज्य कृषि समाचार (State News)

सोयाबीन फसल के जैविक कारकों पर ड्रोन से होगा नियंत्रण

13 मार्च 2023, इंदौर: सोयाबीन फसल के जैविक कारकों पर ड्रोन से होगा नियंत्रण – सोयाबीन फसल की औसत उत्पादकता लगभग 10-12 क्विंटल/हेक्टेयर है। सोयाबीन फसल की उत्पादकता में वृद्धि हो, इसके लिए भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान, इंदौर में अब सोयाबीन फसल के जैविक कारकों पर नियंत्रण हेतु ड्रोन का प्रयोग किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि पिछले कई वर्षों से सोयाबीन फसल की औसत उत्पादकता लगभग 10-12 क्विंटल/हेक्टेयर पर स्थिर बनी हुई है । इसके प्रमुख कारणों में से जैविक कारक जैसे कीट, रोग तथा खरपतवार द्वारा लगभग 50-60 प्रतिशत नुकसान देखा गया है। कई बार लगातार होने वाली वर्षा से इसके लिए उपयुक्त रसायनों का छिड़काव तथा समय पर नियंत्रण संभव नहीं हो पाता। अतः इस स्थिति में ड्रोन का प्रयोग एक अच्छा विकल्प है।

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भारत सरकार द्वारा कृषि में मशीनीकरण तथा आधुनिकीकरण को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान द्वारा हाल ही में क्रय किये गए दो ड्रोन का संस्थान के निदेशक डॉ के. एच. सिंह द्वारा शुभारम्भ कर संस्थान के वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों की मौजूदगी में इनका सफल प्रदर्शन किया गया।

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