बिहार के उप मुख्यमंत्री बोले- किसानों के हक से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं
29 सितम्बर 2025, भोपाल: बिहार के उप मुख्यमंत्री बोले- किसानों के हक से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं – खरीफ 2025 की खेती को लेकर बिहार सरकार पूरी तरह सतर्क है और किसानों को समय पर उर्वरक मिले, इसके लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं. उप मुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने स्पष्ट कहा है कि किसानों के हक से कोई भी खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. कालाबाजारी, जमाखोरी और ऊंचे दाम पर उर्वरक की बिक्री करने वालों पर अब तक बड़ी कार्रवाई हो चुकी है और आगे भी यह जारी रहेगी.
सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए खास निर्देश दिए हैं कि किसी भी किसान को उर्वरक के लिए परेशान न होना पड़े. जिला एवं प्रखंड स्तर पर उर्वरक निगरानी समितियों को सक्रिय कर दिया गया है. इन समितियों की नियमित बैठकें अनिवार्य रूप से कराई जा रही हैं, जिससे प्रखंडवार जरूरत के अनुसार उर्वरक का आवंटन हो सके. हर उर्वरक विक्रेता प्रतिष्ठान पर पॉस मशीन की रिपोर्ट और वास्तविक स्टॉक का मिलान किया जा रहा है, जिससे पारदर्शिता बनी रहे और कोई भी गड़बड़ी न कर सके. उप मुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि उर्वरक की कालाबाजारी और अधिक दाम पर बिक्री किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अब तक की गई कार्रवाई इस बात का सबूत है:–
- 56 प्रतिष्ठानों पर प्राथमिकी दर्ज
- 276 प्रतिष्ठानों का लाइसेंस रद्द
ये सभी कार्रवाईयां उन दुकानों पर की गई हैं, जहां पर अनियमितता पाई गई. जांच टीमें लगातार सक्रिय हैं और रोजाना निरीक्षण किया जा रहा है. उप मुख्यमंत्री ने सभी किसानों को आश्वस्त किया है कि खरीफ 2025 में किसी भी जिले में उर्वरक की कमी नहीं होगी. सरकार पूरी तरह चौकस है और लगातार नजर बनाए हुए है. उन्होंने कहा कि किसानों की फसल की उत्पादकता पर कोई असर न पड़े, इसके लिए सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है. अगर किसी क्षेत्र में समस्या आती है तो तुरंत जिला कृषि पदाधिकारी से संपर्क कर सकते हैं. राज्य स्तर पर भी नियंत्रण कक्ष सक्रिय है.
आपने उपरोक्त समाचार कृषक जगत वेबसाइट पर पढ़ा: हमसे जुड़ें
> नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, व्हाट्सएप्प
> कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें
> कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: E-Paper
> कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: Global Agriculture