1 मार्च 2021, भोपाल। संतुलित उर्वरक आवश्यक : श्री सोनानिया – फसलों में सभी उर्वरक का संतुलित मात्रा में उपयोग करना समय की आवश्यकता है। संतुलन से भूमि की उर्वराशक्ति तो बनी रहती है साथ ही भरपूर उत्पादन, समय एवं धन की बचत होती है। यह बात भोपाल के उप संचालक कृषि श्री एस.एन.सोनानिया ने कृभको आयोजित ग्राम ईंटखेड़ी में एक कार्यशाला में कही साथ ही तरल जैव उर्वरक/ कम्पोस्ट/प्रमाणित बीज/जिंक सल्फेट के उपयोग करने के तरीके बताए।
कार्यक्रम में राजमाता विजयाराजे सिंधिया क्षेत्रीय कृषि मसाले, सब्जी एवं फल अनुसंधान के डॉ. एम.एस. परिहार, प्रसंस्करण विभाग की डॉ. शालिनी चक्रवर्ती, आत्मा से श्री अमित प्रताप सिंह, श्रीमती शिखा चौहान, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी फंदा श्री एस. के. शर्मा, बैरसिया के श्री पी.एस.गोयल, इफको से श्री संजीव सिंह एवं कृषि विभाग के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम में संतुलित खाद, डीबीटी एवं किसानों की आय दोगुनी करने, तरल जैव उर्वरक के उपयोग, सूक्ष्म पोषक तत्वों की चर्चा हुई। कार्यक्रम का संचालन श्री राजेन्द्र श्रीवास्तव कृषि विकास अधिकारी भोपाल ने किया एवं आभार कृभको के क्षेत्रीय प्रतिनिधि श्री राहुल सिंह द्वारा व्यक्त किया।