राज्य कृषि समाचार (State News)

विदिशा जिले में खाद- बीज उपलब्ध कराने हेतु प्रबंध सुनिश्चित किए

25 नवंबर 2024, विदिशा: विदिशा जिले में खाद- बीज उपलब्ध कराने हेतु प्रबंध सुनिश्चित किए – विदिशा जिले में इस वर्ष रबी सीजन की फसलों के लिए आवश्यक खाद – बीज के सभी प्रबंध सुनिश्चित किए गए हैं। कलेक्टर श्री  रोशन  कुमार सिंह ने कृषि सहित अन्य लाइन विभागों के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए मांग और पूर्ति के बीच किसी भी प्रकार के व्यवधान उत्पन्न ना हो,  का पूरा ध्यान रखा जाए। उन्होंने जिले में कहीं भी खाद की कालाबाजारी,नकली खाद का विक्रय व परिवहन ना हो ,  वहीं  तय दाम से अधिक दर पर भी को दुकानदार विक्रय ना कर पाए पर सतत निगरानी रखने के निर्देश प्रसारित किए हैं।

कलेक्टर श्री सिंह द्वारा जारी आदेश के अनुपालन में क्रियान्वित कार्यो की जानकारी देते हुए किसान कल्याण कृषि विकास विभाग के उप संचालक ने बताया कि जिले में गत वर्ष में उक्त अवधि के दौरान डी.ए.पी. एन.पी.के. 59096 मैटिक टन का वितरण किया जा चुका है। जबकि इस वर्ष अब तक डी.ए.पी. एन.पी.के. 59045 मै.टन डी.ए.पी. का भण्डारण कराया गया है ,जो गत वर्ष की तुलना से ज्यादा प्राप्त हुआ है। शुक्रवार तक 58603 मे.टन का वितरण सफलतापूर्वक किया जा चुका है । वर्तमान में 643 मै.टन मात्रा शेष है जिसका वितरण भी लगातार जारी है । जिले की समस्त सेवा सहकारी समितियों पर 80 से 82 प्रतिशत तक उर्वरक की पूर्ति करा दी गई है ।

जिले में वर्तमान में अभी तक 60 प्रतिशत से अधिक  बोनी  पूर्ण हो चुकी है । प्रमुख फसलों  गेहूं , चना, मसूर एवं सरसों की बौनी को दृष्टिगत रखते  हुए पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध है। जिसका वितरण जिला प्रशासन की देखरेख में किया जा रहा है । आगामी दिनों में भी लगातार उर्वरक की रैक जिले को प्राप्त हो रही है ।  किसानों से अपील है कि वर्तमान में आवश्यकता अनुसार ही उर्वरक का उठाव करें ।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements