सरकारी दावों के बीच सीहोर से आई खबर किसान झेल रहे खाद के लिए परेशानी
25 अक्टूबर 2024, सीहोर: सरकारी दावों के बीच सीहोर से आई खबर किसान झेल रहे खाद के लिए परेशानी – मध्यप्रदेश के सीहोर क्षेत्र के किसान खाद की परेशानी झेल रहे है। किसानों का कहना है कि वे खाद के लिए केन्द्रों पर पहुंचते है लेकिन या तो उन्हें पर्याप्त मात्रा में खाद मिलता नहीं है या फिर घंटो कतार में लगने के बाद भी खाद नहीं मिल रहा है। जबकि सरकार का यह दावा है कि किसानों को खाद के लिए किसी तरह से संकट नहीं आने दिया जाएगा। बता दें कि जिस सीहोर में किसानों को खाद के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है वह केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराजसिंह चौहान का गृह जिला है। किसानों का कहना है कि उन्हें खाद के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि सीहोर में गेहूं और चना रबी सीजन की मुख्य फसल हैं। खरीफ सीजन में यहां मुख्यतः: सोयाबीन, धान, अरहर (और मक्का उगाई जाती है वहीं, जायद में मूंग की खेती की जाती है, जिसका दायरा लगातार बढ़ रहा है। सीहोर, आष्टा और इछावर ब्लॉक में किसान गुड़ बनाने के लिए गन्ने की खेती करते हैं. जिले में उगने वाले शरबती गेहूं की ख्याति देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी फैली हुई हैं। यहां का बासमती धान भी अब धीरे-धीरे देश-विदेश में मशहूर हो रहा है। जिले में दलहन, तिलहन और धान की फसलों के अलावा उद्यानिकी फसलों की खेती को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। यहां प्याज, लहसुन, फूलगोभी, अजवाइन, टमाटर, बैंगन, मिर्च, अदरक आदि की खेती की जाती है। बागवानी में आम, अमरूद, संतरा, आंवला की मुख्य रूप से खेती की जाती है। खाद के लिए वितरण केंद्र पर घंटों इंतज़ार कर रहे हैं, सुबह से लाइन में लग रहे है, लेकिन पर्याप्त मात्रा में खाद मुहैया नहीं हो रही है। पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल रही है. उन्हें डीएपी की जरूरत है, लेकिन यूरिया दिया जा रहा है।
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