मंदसौर में कृषि उद्योग समागम: 3812 करोड़ के निवेश से 6850 लोगों को मिलेगा रोजगार
05 मई 2025, भोपाल: मंदसौर में कृषि उद्योग समागम: 3812 करोड़ के निवेश से 6850 लोगों को मिलेगा रोजगार – मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले के सीतामऊ में आयोजित ‘कृषि उद्योग समागम-2025’ में खाद्य प्र-संस्करण उद्यमियों के साथ संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान 3812 करोड़ रुपये की लागत वाली 11 औद्योगिक इकाइयों का लोकार्पण और भूमि-पूजन हुआ, जिससे 6850 लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम में कहा, “खुशहाल कृषक और उन्नत कृषि मध्यप्रदेश की पहचान है। खाद्य प्र-संस्करण से उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और किसान आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे।” उन्होंने आगे कहा कि कृषि आधारित उद्योगों के लिए सरकार सरल और अनुकूल नीतियां लागू कर रही है, ताकि उद्यमियों को प्रोत्साहन मिले। इस अवसर पर नीमच-मंदसौर क्षेत्र में नए उद्योग स्थापित करने वाले निवेशकों को आशय प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए।
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि सरकार निवेशकों के लिए हरसंभव सहयोग के लिए तैयार है। उन्होंने बताया कि भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 30 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे। “मध्यप्रदेश में बिजली, पानी और बेहतर सड़कों की सुविधा के साथ औद्योगिक निवेश के लिए अनुकूल वातावरण है,” उन्होंने कहा। साथ ही, यह भी उल्लेख किया कि प्रति बीघा गेहूं उत्पादन में मध्यप्रदेश ने अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है।
जिला स्तर पर भी होंगे निवेशक सम्मेलन
इस आयोजन की खास बात यह रही कि अब निवेशक सम्मेलन केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं रहेंगे। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि संभाग और जिला स्तर पर भी इस तरह के आयोजन किए जाएंगे, जिसकी शुरुआत मंदसौर से हो चुकी है। उनका कहना था, “पहले इस तरह के आयोजन बड़े शहरों में होते थे, लेकिन अब हम इसे छोटे स्तर पर भी ले जा रहे हैं।”
मुख्य सचिव अनुराग जैन ने कहा कि मध्यप्रदेश की ग्रोथ रेट देश के बड़े राज्यों में सबसे अधिक है। “प्रदेश की जीडीपी में कृषि का योगदान 44 प्रतिशत है। मंदसौर और नीमच क्षेत्र मसालों के लिए प्रसिद्ध हैं, और यहां खाद्य प्र-संस्करण इकाइयों की अपार संभावनाएं हैं,” उन्होंने बताया। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता मानती है।
खाद्य प्र-संस्करण में नई तकनीकों का प्रदर्शन
अपर मुख्य सचिव (उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण) अनुपम राजन ने बताया कि इस समागम में कृषि क्षेत्र में नई तकनीकों का प्रदर्शन किया गया। “खाद्य प्र-संस्करण में मध्यप्रदेश में काफी संभावनाएं हैं, और इसके लिए राज्य सरकार की नीतियां उद्यमियों के अनुकूल हैं,” उन्होंने कहा। एमपीआईडीसी के प्रबंध संचालक चंद्रमौली शुक्ला ने निवेश प्रोत्साहन नीतियों की जानकारी दी, जबकि उद्योगपति अजय भटनागर ने अपने अनुभव साझा किए।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना, उद्यानिकी मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, मंदसौर जिले की प्रभारी मंत्री निर्मला भूरिया, कई जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में उद्योगपति व निवेशक मौजूद थे।
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