State News (राज्य कृषि समाचार)

किसान भाइयों को सलाह

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28 जनवरी 2023,  भोपाल । किसान भाइयों को सलाह –

सरसों 

किसानों भाईयों को सलाह है कि सरसों  फसल में चेपा कीट की निरंतर निगरानी करते रहें। कीट का फसल पर प्रकोप होने पर डाइमिथिएट 30 ईसी @1.0 मिली या इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एस.एल. @1.0 मिली का प्रति लीटर पानी में घोल बना कर छिडक़ाव करें।

गेहूं

सामान्य समय पर बोई गई फसल में गांठ बनते समय (बुवाई के 60-65 दिन की अवस्था) पर तीसरी सिंचाई एवं देरी से बोये गये गेहूं में फुटान की अवस्था (40-45 दिन की अवस्था ) पर दूसरी सिंचाई देने का यह उपयुक्त समय है ।

चना  

चना फसल में फली छेदक लट का प्रकोप फली बनने की अवस्था दिखाई देता है इस कीट के नियंत्रण के लिए मैलाथियान 5 प्रतिशत या क्विनालफॉस 1.5 प्रतिशत चूर्ण 20-25 किग्रा प्रति हेक्टेयर की दर फली बनने की अवस्था पर भुरकंे।

जीरा

किसान भाईयों को सलाह दी जाती है कि जीरा फसल को झुलसा रोग से बचाव के लिए मेन्कोजेब 75 प्रतिशत डब्लू. पी. @ 1.5-2.0 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिडक़ाव करें।

मिर्च

मिर्च फसल में पर्ण-कुंचन और मोज़ेक रोग के फैलने से रोकने के लिए प्रभावित पौधों को उखाड़ कर जला दें और डायमिथिएट 30 EC  @1.0 मिली प्रति ली. पानी का छिडक़ाव करें।

मटर

मटर की फसल में फली छेदक लट का प्रकोप दिखाई देने पर ऐसीफेट 75 एस पी 1.5  ग्राम का प्रति लीटर पानी में घोल बना कर छिडक़ाव करें।

मधुमक्खी
  • फसल पर कीटनाशक रसायनों का छिडक़ाव करते समय मधुमक्खियों को बक्सों के अंदर रखें।
  • कीटनाशक के छिडक़ाव के 5-6 घंटे बाद मधुमक्खियों को खेतों में जाने दें।
भैंस/गाय

किसानों भाईयों को सलाह दी जाती है कि वे रात में और सुबह जल्दी पशुओं को पशुशाला में रखें और उन्हें स्वस्थ रखने के लिए 50 ग्राम आयोडीन युक्त नमक या 50-100 ग्राम खनिज मिश्रण प्रतिदिन फ़ीड और हरे चारे के साथ दें।        

  • सहा. आचार्य (एग्रोमेट)
    दिनांक: 20-01-2023                                                     

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