राज्य कृषि समाचार (State News)

किसानों को सलाह, गर्मी में ऐसे बचाए अपनी फसलों को

27 मार्च 2025, भोपाल: किसानों को सलाह, गर्मी में ऐसे बचाए अपनी फसलों को – मध्यप्रदेश में तापमान में बढ़ोतरी हो रही है और इसका विपरित असर फसलों पर हो सकता है। कृषि वैज्ञानिकों ने भी किसानों को गर्मी से फसलों के बचाव संबंधी सलाह जारी की है।

प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से तापमान में बढ़ोतरी हुई है। वही मौसम विभाग की माने तो, अगले दिनों में भी तापमान में और बढ़ोतरी होने की संभावना है। बढ़ता तापमान सब्जियों एवं बागवानी फसलों की खेती करने वाले किसानों के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। ऐसे में आप नए लगाए गए बगीचे में सिंचाई अवश्य करें। अधिक तापमान में टमाटर, मिर्च एवं बैगन की फसलें खराब होने की आशंका रहती है। कृषि विशेषज्ञ डॉ. योगेश कुमार शर्मा के मुताबिक, बढ़ते तापमान से फसलों को बचाने के लिए 2 प्रतिशत नेफ्थलीन एसिटिक एसिड (एनएए) का घोल खड़ी फसलों पर छिड़काव करें ताकि फलों का विकास अवरुद्ध न हो। अच्छे फल लगने के लिए फूल आने के दौरान सिंचाई से बचना चाहिए। आम में मिली बग और लीफ हॉपर की नियमित निगरानी करते रहें। इस मौसम में बैंगन की फसल को प्ररोह एवं फल छेदक कीट से बचाने के लिए ग्रसित फलों तथा प्ररोहों को इकट्ठा कर नष्ट कर दें।

यदि कीटों की संख्या अधिक हो तो स्पिनोसेड कीटनाशक 48 ई.सी. मात्रा 1 मिली लीटर प्रति 4 लीटर पानी की दर से छिड़काव करें। गेहूं और जौ की फसलों की कटाई कर लें। भंडारण के लिए अनाज में नमी 12.0 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए। अनाज का भंडारण में करने से पहले भंडार घर को अच्छी तरह साफ कर लें।  अनाज को अच्छी तरह से सुखा लें एवं कूड़े-कचरे को जला या दबा कर नष्ट कर दें। भंडारगृह की छ्त, दीवारों और फर्श पर एक भाग मेलाथियान 50 ईसी. को 100 भाग पानी में मिला कर छिड़काव करें।

यदि पुरानी बोरियां प्रयोग करनी पड़ें तो उन्हें एक भाग मेलाथियान व 100 भाग पानी के घोल में 10 मिनट तक भिगो कर छाया में सुखा लें।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements