राज्य कृषि समाचार (State News)फसल की खेती (Crop Cultivation)

प्याज-लहसुन की फसल में सूक्ष्म पोषक तत्व एवं संतुलित उर्वरक डालें

31 दिसंबर 2024, सीहोर: प्याज-लहसुन की फसल में सूक्ष्म पोषक तत्व एवं संतुलित उर्वरक डालें – रबी मौसम में प्याज व लहसुन की उन्नत किस्मों का चयन करें, बीज उपचार कर प्याज का रोपा डालें एवं लहसुन की बुवाई शीघ्र पूर्ण करें। प्याज व लहसुन की फसल में संतुलित मात्रा में उर्वरकों का उपयोग करें।

वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि प्याज की उन्नत किस्में, बीज दर, नर्सरी प्रबंधन ‘प्याज की उन्नत किस्में एग्री फाउंड रेड, भीमा रेड, भीमा श्वेता, भीमा शुभ्रा हैं। बीज 10 किग्रा प्रति  हेक्टेयर की दर से उपयोग करें। नर्सरी डालने के लिए 01 मीटर चौड़ी, 15-20 सेमी ऊंची एवं 8-10 मीटर लम्बी क्यारियां बनाएं। क्यारियों के बीच दूरी 30 सेमी रखें। बीज को नर्सरी में बुवाई पूर्व फफूंदनाशक दवा कार्बेन्डाजिम मैन्कोजेब 2 ग्राम प्रति किलो बीज की दर से उपचारित करें। पौध पीली पड़ने की स्थिति में एनपीके उर्वरक 19:19:19 की मात्रा 5 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।

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कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि प्याज की फसल में खाद-उर्वरक, खरपतवार नियंत्रण, सिंचाई प्रबंधन रोपण के समय डीएपी की मात्रा 110 किग्रा व यूरिया की मात्रा 120 किग्रा प्रति  हेक्टेयर  की दर से उपयोग करें। डीएपी की पूरी मात्रा व नत्रजन की एक तिहाई मात्रा रोपाई के समय दें। शेष दो तिहाई मात्रा को दो बराबर भागों में बांटकर रोपाई के 30 दिन व 45 दिन के बाद करें।

सूक्ष्म पोषक तत्व – इनकी पूर्ति के लिए जिंक सल्फेट 21% मात्रा 25 किग्रा प्रति हेक्टेयर एवं जैव उर्वरक एजोस्पाइरिलम व फास्फोरस घोलक जीवाणु 5 किग्रा प्रति हेक्टेयर की दर से उपयोग करें। पौध रोपाई के 3 दिन के भीतर खरपतवार नाशक दवा पेंडीमेथिलीन 30 ईसी मात्रा 3.25 लीटर प्रति हेक्टेयर या ऑक्सीफ्लोरफेन 23.5 प्रतिशत मात्रा 650 मिली प्रति हैक्टेयर की दर से 500 से 600 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें। खड़ी फसल में 30-35 दिन की अवस्था पर खरपतवार नाशक क्विजेलोफॉफ इथाइल ऑक्सीफ्लोरफेन 6 प्रतिशत मात्रा 01 लीटर प्रति हैक्टेयर या प्रोपाक्यूजाफॉफ 5 प्रतिशत + ऑक्सीफ्लोरफेन 12 प्रतिशत मात्रा 875 मिली प्रति हैक्टेयर की दर से छिड़काव करें। रोपाई के बाद 3-4 बार जरूरत के अनुसार हल्की सिंचाई करें। कंद बनते समय पर्याप्त सिंचाई करें।

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लहसुन की  उन्नत किस्में, बीज दर व खाद– उर्वरक लहसुन की उन्नत किस्में यमुना सफेद-1 (जी-1), यमुना सफेद-2 (जी-50), यमुना सफेद-3 (जी-282), यमुना सफेद-4 (जी-323), एग्री फाउंड व्हाइट हैं। प्रति हेक्टेयर 6 से 7 क्विंटल लहसुन की कलियों की बुवाई डिवलिंग विधि या कूड में लगाकर करें। कूड में लगाने के लिए कतार से कतार दूरी 15 सेमी एवं पौध से पौध दूरी 7.5 सेमी एवं गहराई 5 सेंटीमीटर रखें। अच्छे उत्पादन के लिए 20 से 25 टन पकी हुई गोबर की खाद या कम्पोस्ट खाद या केंचुआ खाद का उपयोग करें।

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आलू में खाद एवं उर्वरक प्रबंधन – आलू के अच्छे उत्पादन के लिए 150 किग्रा नत्रजन, 330 किग्रा यूरिया प्रति हेक्टेयर की दर से डालें। यूरिया की आधी मात्रा 165 किग्रा आलू की बुवाई के समय एवं शेष 165 किग्रा मात्रा बुवाई के 35 से 40 दिन बाद मिट्टी चढ़ाने के समय डालें। 90 किग्रा स्फुर की पूर्ति के लिए डीएपी की मात्रा 200 किग्रा प्रति हैक्टेयर या सिंगल सुपर फॉस्फेट की मात्रा 560 किग्रा प्रति हेक्टेयर तथा 100 किग्रा पोटाश की पूर्ति के लिए 170 किग्रा म्यूरेट ऑफ पोटाश प्रति हेक्टेयर की दर से डालें।

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