छत्तीसगढ़ में रिकॉर्ड 13.18 लाख टन खाद का हुआ भंडारण, किसानों को नहीं होगी कोई दिक्कत
16 जुलाई 2025, भोपाल: छत्तीसगढ़ में रिकॉर्ड 13.18 लाख टन खाद का हुआ भंडारण, किसानों को नहीं होगी कोई दिक्कत – छत्तीसगढ़ सरकार ने खरीफ सीजन 2025 के लिए खाद की पूरी तैयारी कर ली है। राज्य में इस बार अब तक कुल 13.18 लाख मीट्रिक टन खाद का भंडारण किया जा चुका है। यह पिछले साल की तुलना में लगभग 38 हजार मीट्रिक टन ज्यादा है। पिछले साल इस समय तक 12.79 लाख मीट्रिक टन खाद का स्टॉक था।
वैश्विक हालात के कारण डीएपी खाद के आयात में कमी आई है। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने एनपीके, एसएसपी और नैनो डीएपी जैसे विकल्पों का भरपूर भंडारण किया है। अब तक 1.63 लाख मीट्रिक टन डीएपी का स्टॉक हो चुका है और जुलाई में 48 हजार मीट्रिक टन डीएपी की अतिरिक्त आपूर्ति होगी।
एनपीके और एसएसपी में लक्ष्य से ज्यादा स्टॉक
एनपीके खाद का 25 हजार मीट्रिक टन से ज्यादा और एसएसपी खाद का 50 हजार मीट्रिक टन से ज्यादा अतिरिक्त भंडारण किया गया है। इन दोनों वैकल्पिक खादों की सप्लाई से 72 हजार मीट्रिक टन डीएपी की कमी की भरपाई की जा रही है।
पोटाश और यूरिया का भी अच्छा भंडारण
पोटाश का निर्धारित लक्ष्य 60 हजार मीट्रिक टन था, जबकि अभी तक 77 हजार मीट्रिक टन म्यूरेट ऑफ पोटाश का भंडारण हो चुका है। यूरिया का भी 6 लाख मीट्रिक टन से अधिक स्टॉक तैयार है और जुलाई व अगस्त में बाकी आपूर्ति भी हो जाएगी।
धान की खेती में यूरिया का उपयोग तीन बार होता है- बोआई या रोपाई के समय, कंसा निकलने के समय और गभोट अवस्था में। इसलिए सितम्बर तक यूरिया की आपूर्ति पूरी तरह से सुनिश्चित रहेगी।
मुख्यमंत्री ने किसानों को दिया भरोसा
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि किसानों को खाद को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। डीएपी की कमी को एनपीके, एसएसपी और नैनो डीएपी से पूरा किया जाएगा। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों और कृषि विभाग के अधिकारियों ने भी सलाह दी है कि किसान इन विकल्पों का उपयोग कर बेहतर उत्पादन ले सकते हैं।
सहकारी समितियों में पूरा भंडारण उपलब्ध
सहकारी समितियों और निजी बिक्री केंद्रों में खाद का पूरा भंडारण किया गया है। किसानों की मांग के अनुसार खाद-बीज की व्यवस्था कर दी गई है। कृषि विभाग का कहना है कि प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं रहेगी और हर किसान को समय पर खाद-बीज मिलेगा।
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