राज्य कृषि समाचार (State News)

सिंगल क्लिक से 73 लाख किसानों के खाते में डाले 1465 करोड़

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से शुरू होगा लाड़ली बहना योजना के आवेदन लेने का कार्य : मुख्यमंत्री

6 फरवरी 2023,  भोपाल । सिंगल क्लिक से 73 लाख किसानों के खाते में डाले 1465 करोड़ – मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बहनों के लिये शुरू की जा रही लाड़ली बहना योजना के आवेदन अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से लेना प्रारंभ किये जायेंगे। योजना में गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवार की महिलाओं को प्रति माह एक-एक हजार रुपये की राशि उनके खाते में अंतरित की जायेगी। हितग्राहियों को चिन्हित करने के लिये गाँव-गाँव और वार्डों में जाकर आवेदन भरवाये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 73 लाख किसानों के खातों में मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना की राशि एक हजार 465 करोड़ रुपये सिंगल क्लिक से अंतरित की।

मुख्यमंत्री विदिशा में मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में भोपाल, सागर और उज्जैन संभाग के 24 लाख 94 हजार से अधिक हितग्राहियों को स्वीकृति-पत्र का वितरण कर रहे थे। 

श्री चौहान ने कहा कि हमारी सरकार किसान हितैषी सरकार हैं। पूर्व सरकार ने किसानों के साथ जो छल किया, उसे सुधार करते हुए हमने सरकार में आते ही फसल बीमा की राशि भरी और किसानों को फसल बीमा की राशि दिलाई। उन्होंने कहा कि पिछले सवा 2 साल में हमारी सरकार ने फसल बीमा, राहत राशि उद्यानिकी, सोलर पंप और बिजली सब्सिडी जैसी अनेक योजनाओं में 2 लाख 25 हजार 837 करोड़ रुपये किसानों के खाते में डाले हैं। यह सहयोग निरंतर जारी रहेगा। किसान परिवार के घर में अभी तक 6 हजार रूपये प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और 4 हजार रूपये मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना के प्राप्त हो रहे थे। अब इन किसान परिवारों को 12-12 हजार रूपये लाड़ली बहना योजना के भी मिलेंगे। इस प्रकार एक साल में किसान परिवार को 22 हजार रुपये वार्षिक मिलना शुरू होंगे। उन्होंने बताया कि लाड़ली बहना योजना में हर साल 12 हजार करोड़ रुपये और 5 साल में 60 हजार करोड़ रुपये व्यय किये जायेंगे।

प्रदेश में विकास का श्रेय मुख्यमंत्री को : श्री तोमर

कार्यक्रम से वर्चुअल जुड़े केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रदेश विकास के मार्ग पर चल पड़ा है। मध्यप्रदेश की सरकार गाँव, गरीब और किसान को समर्पित है। मुख्यमंत्री ने हर गाँव में विकास की रोशनी पहुँचायी है। मध्यप्रदेश आज बीमारू राज्य नहीं बल्कि एक विकसित राज्य की श्रेणी में आ खड़ा हुआ है। आज प्रदेश बिजली, पानी, सडक़ के साथ जैविक खेती में भी अग्रणी है। विश्व के उद्योगपड़तियों के लिये प्रदेश में सबसे अधिक अनुकूल माहौल है। मुख्यमंत्री के निवेश को बढ़ाने के प्रयास सराहनीय है।

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