राज्य कृषि समाचार (State News)

मध्य प्रदेश में 145 लाख हेक्टेयर में होगी खरीफ बोनी

63 लाख हे. से अधिक क्षेत्र में सोयाबीन बोने का लक्ष्य

(अतुल सक्सेना)

8 जून 2021, भोपाल । मध्य प्रदेश में 145 लाख हेक्टेयर में होगी खरीफ बोनी – इस वर्ष प्रदेश में समय पर मानसून आने की संभावना के चलते खरीफ की तैयारियां तेज हो गई हैं। अब 15 जून के आसपास म.प्र. में मानसून आने की संभावना प्रबल हो गयी है। इसके मद्देनजर राज्य में इस वर्ष 145.29 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलें लेने की तैयारी की जा रही है। गत वर्ष राज्य में खरीफ फसलें 144.11 लाख हेक्टेयर में ली गई थी तथा उत्पादन 212.96 लाख टन होने का अनुमान है। इसी प्रकार इस वर्ष राज्य में कुल उत्पादन लक्ष्य 242.10 लाख टन रखा गया है वैसे मौसम विभाग ने केरल में समय से पूर्व मानसून आने की संभावना व्यक्त की है परंतु पिछले कुछ वर्षों में मध्य प्रदेश में मानसून का आगमन 20 जून के बाद ही हुआ है।

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म.प्र. में खरीफ 2021 के लिए बुवाई लक्ष्य (लाख हे. में)

फसल लक्ष्य
धान 35.76
ज्वार 1.17
मक्का 14.77
तुअर 2.36
उड़द 12.98
मूंग 0.55
सोयाबीन 63.74
तिल 4.40
मूंगफली 3.76
कपास 5.80


कृषि विभाग के मुताबिक म.प्र. में खरीफ फसलों का सामान्य क्षेत्र 118.50 लाख हेक्टेयर है। इस वर्ष 145.29 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलें लेने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें प्रदेश की प्रमुख खरीफ फसल सोयाबीन 63.74 लाख हेक्टेयर में ली जाएगी, जबकि गत वर्ष सोयाबीन की बोनी 64.99 लाख हेक्टेयर में की गई थी। इसी प्रकार राज्य की दूसरी प्रमुख फसल धान इस वर्ष 35.76 लाख हेक्टेयर में ली जाएगी जबकि गत वर्ष धान की बोनी 34.04 लाख हेक्टेयर में हुई थी। अन्य प्रमुख फसलों में मक्का 14.77 लाख हेक्टेयर में, अरहर 2.36, उड़द 10.29, मूंगफली 3.76, तिल 4.40 एवं कपास 5.80 लाख हेक्टेयर में एवं मूंग 55 हजार हेक्टेयर बोई जाएगी।

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जानकारी के मुताबिक खरीदी के लिए आदान की पर्याप्त व्यवस्था की गई है हाल ही में मुख्यमंत्री ने भी कृषि विभाग की समीक्षा कर किसानों को समय पर आदान उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं जानकारी के मुताबिक इस वर्ष 242.10 लाख टन उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है जबकि गत वर्ष 212.96 लाख टन उत्पादन होने का अनुमान है। इस उत्पादन को प्राप्त करने के लिए राज्य में खरीफ मेंं लगभग 33 लाख मीट्रिक टन से अधिक उर्वरक वितरण का लक्ष्य रखा गया हेै, इसमें मुख्यत: यूरिया 15 लाख मीट्रिक टन, डीएपी 11 लाख, एपीके 2 लाख, एमओपी 1 लाख एवं एसएसपी का 4 लाख मीट्रिक टन वितरण लक्ष्य शामिल है।

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