जायद सीजन 2025: पिछले साल के मुकाबले 6.5 लाख हेक्टेयर की बढ़ोतरी
11 मार्च 2025, नई दिल्ली: जायद सीजन 2025: पिछले साल के मुकाबले 6.5 लाख हेक्टेयर की बढ़ोतरी – भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने साल 2025 के लिए जायद फसलों की बुआई का ताज़ा आंकड़ा जारी किया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल बुआई का रकबा पिछले साल की तुलना में काफी बढ़ा है। 7 मार्च, 2025 तक जायद फसलों के तहत कुल बुआई का रकबा 37.539 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो पिछले साल के 31.001 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 6.538 लाख हेक्टेयर ज़्यादा है। बुआई में यह बढ़ोतरी अच्छे मौसम और किसानों तथा सरकार की मेहनत का नतीजा है, जिन्होंने फसलों का रकबा बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत की है।
चावल की खेती में ज़बरदस्त बढ़ोतरी
जायद फसलों में चावल अब भी सबसे आगे है। इस साल चावल की बुआई का रकबा 27.134 लाख हेक्टेयर है, जबकि पिछले साल यह 24.330 लाख हेक्टेयर था। यानी, चावल की खेती में 2.804 लाख हेक्टेयर की बढ़ोतरी हुई है। यह बढ़ोतरी बेहतर सिंचाई सुविधाओं और सरकारी योजनाओं की वजह से हुई है, जिनसे किसानों को पर्याप्त पानी मिल पा रहा है। चावल के लिए सामान्य जायद रकबा 30.795 लाख हेक्टेयर माना जाता है, और इस साल बुआई इसके करीब पहुंचने की उम्मीद है।
दलहन में शानदार वृद्धि
इस साल दलहन की बुआई में सबसे ज़्यादा बढ़ोतरी देखी गई है। दलहन का रकबा 5.016 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो पिछले साल के 2.052 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 2.964 लाख हेक्टेयर ज़्यादा है। यह बढ़ोतरी बाजार में दलहन की बढ़ती मांग और अच्छे दामों की वजह से हुई है। दलहन की अलग-अलग किस्मों में मूंग (ग्रीनग्राम) की खेती सबसे आगे है। इस साल मूंग का रकबा 3.584 लाख हेक्टेयर है, जो पिछले साल के 1.337 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 2.247 लाख हेक्टेयर ज़्यादा है। इसी तरह, उड़द (ब्लैकग्राम) का रकबा भी 0.670 लाख हेक्टेयर बढ़कर 1.304 लाख हेक्टेयर हो गया है। अन्य दलहनों में भी थोड़ी-बहुत बढ़ोतरी देखी गई है।
श्री अन्न और मोटे अनाज में भी बढ़ोतरी
श्री अन्न और मोटे अनाज की श्रेणी, जिसमें ज्वार, बाजरा, रागी, छोटे मिलेट और मक्का शामिल हैं, में भी बुआई का रकबा बढ़ा है। इस साल इन फसलों का कुल रकबा 2.882 लाख हेक्टेयर है, जो पिछले साल के 1.988 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 0.894 लाख हेक्टेयर ज़्यादा है। इनमें मक्का की खेती सबसे आगे है, जिसका रकबा 0.435 लाख हेक्टेयर बढ़कर 1.970 लाख हेक्टेयर हो गया है। ज्वार का रकबा भी पिछले साल के 0.067 लाख हेक्टेयर से बढ़कर इस साल 0.298 लाख हेक्टेयर हो गया है। बाजरा, रागी और छोटे मिलेट में भी थोड़ी-बहुत बढ़ोतरी देखी गई है। ये फसलें टिकाऊ और जलवायु के अनुकूल खेती के लिए बहुत अहम हैं।
तिलहन में मामूली गिरावट
दूसरी फसलों के मुकाबले तिलहन की बुआई में थोड़ी गिरावट देखी गई है। इस साल तिलहन का रकबा 2.507 लाख हेक्टेयर है, जो पिछले साल के 2.631 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 0.124 लाख हेक्टेयर कम है। यह गिरावट मुख्य रूप से मूंगफली की बुआई में कमी की वजह से हुई है, जिसका रकबा 0.123 लाख हेक्टेयर घट गया है। हालांकि, तिल और सूरजमुखी की खेती में थोड़ी बढ़ोतरी देखी गई है। तिलहन में गिरावट का कारण किसानों का दलहन और चावल जैसी फसलों की ओर रुख करना या मौसमी परिस्थितियों का असर हो सकता है।
समग्र रुझान और आगे की संभावनाएं
जायद फसलों की बुआई में कुल 6.538 लाख हेक्टेयर की बढ़ोतरी से साफ है कि किसान इस सीजन को लेकर काफी उत्साहित हैं। अच्छे मौसम, बेहतर सिंचाई और सरकारी योजनाओं ने इस बढ़ोतरी में अहम भूमिका निभाई है। सबसे ज़्यादा बढ़ोतरी दलहन, खासकर मूंग, में देखी गई है, जबकि चावल और मोटे अनाजों में भी अच्छी प्रगति हुई है। हालांकि, तिलहन में मामूली गिरावट देखी गई है, जो बाजार के हालात और किसानों की प्राथमिकताओं में बदलाव को दर्शाती है।
अगर मौसम अनुकूल रहा और सरकारी सहायता जारी रही, तो इस साल जायद फसलों का रकबा सामान्य स्तर (71.343 लाख हेक्टेयर) के करीब पहुंच सकता है। इससे अगले सीजन में खाद्य उत्पादन और आपूर्ति स्थिर रहने की उम्मीद है। सरकार की सब्सिडी, बेहतर बीज और सिंचाई सुविधाओं जैसी योजनाएं इस सकारात्मक रुझान को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाएंगी।
जायद क्षेत्र कवरेज (7 मार्च 2025 तक)
फसल | सामान्य जायद क्षेत्र (डीईएस) | बोया गया क्षेत्र (2025) | बोया गया क्षेत्र (2024) | अंतर 2024 तक |
चावल | 30.795 | 27.134 | 24.330 | 2.804 |
दालें | 21.645 | 5.016 | 2.052 | 2.964 |
हरा चना | 18.950 | 3.584 | 1.337 | 2.247 |
काला चना | 2.695 | 1.304 | 0.633 | 0.670 |
अन्य दालें | 0.000 | 0.128 | 0.082 | 0.046 |
श्री अन्ना सह मोटे अनाज | 11.048 | 2.882 | 1.988 | 0.894 |
ज्वार | 0.335 | 0.298 | 0.067 | 0.231 |
बाजरा | 4.100 | 0.526 | 0.330 | 0.196 |
रागी | 0.306 | 0.071 | 0.056 | 0.015 |
छोटे बाजरे | 0.017 | 0.017 | 0.000 | 0.017 |
मक्का | 6.290 | 1.970 | 1.535 | 0.435 |
तिलहन | 7.855 | 2.507 | 2.631 | -0.124 |
मूंगफली | 2.995 | 1.547 | 1.670 | -0.123 |
सूरजमुखी | 0.340 | 0.150 | 0.130 | 0.020 |
तिल | 4.520 | 0.784 | 0.769 | 0.016 |
अन्य तिलहन | 0.000 | 0.025 | 0.062 | -0.037 |
कुल | 71.343 | 37.539 | 31.001 | 6.538 |
जायद बुआई अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है, और आंकड़े बताते हैं कि इस सीजन में कृषि क्षेत्र में अच्छी प्रगति हो रही है।
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