छोटे किसानों के जीवन में बदलाव लाने मिलकर काम करें – श्री तोमर
कृषि-बागवानी मंत्रियों का राष्ट्रीय सम्मेलन
15 जुलाई 2022, बेंगलुरू: छोटे किसानों के जीवन में बदलाव लाने मिलकर काम करें – श्री तोमर – कोरोना संकट के कारण राज्यों के कृषि व बागवानी मंत्रियों का राष्ट्रीय सम्मेलन दो साल बाद अब बेंगलुरू में आयोजित किया गया । केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय रसायन व उर्वरक तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. मनसुख मांडविया और कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री बसवराज बोम्मई के आतिथ्य में इसका शुभारंभ हुआ। देश में कृषि व किसानों का विकास सुनिश्चित करने की दिशा में अहम इस सम्मेलन का आयोजन आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत केंद्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा किया गया .
सम्मेलन में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी व सुश्री शोभा करंदलाजे, केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री श्री भगवंत खुबा, कर्नाटक के कृषि मंत्री श्री बी.सी. पाटिल सहित राज्यों के कृषि एवं बागवानी मंत्री, केंद्रीय कृषि सचिव श्री मनोज अहूजा, उर्वरक सचिव श्रीमती आरती अहूजा, डेयर के सचिव व भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के महानिदेशक डा. त्रिलोचन महापात्र, कर्नाटक की मुख्य सचिव श्रीमती वंदिता शर्मा एवं केंद्र व राज्य सरकारों/ संस्थानों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए हैं।
शुभारंभ समारोह में श्री तोमर ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारें मिलकर कृषि के क्षेत्र में हर संभव कार्य कर रही है, फिर भी कृषि के समक्ष चुनौतियों के मद्देनजर इनका समाधान करना, इनके लिए पालिसी बनाना तथा इसका ठीक प्रकार से क्रियान्वयन करना हम सभी की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।“हमारा देश सबसे बड़ा लोकतंत्र है, जहां वैचारिक, भाषाई, भौगोलिक व जलवायु की विविधता है, लेकिन यहीं भारत की ताकत है। इसका कृषि के संदर्भ में भी राज्यों व देश के हित में कैसे उपयोग कर सकते हैं, इस पर विचार करने की जरूरत है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री बोम्मई ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में बीते 8 साल में कृषि क्षेत्र में अनेक महत्वपूर्ण नीतियां बनाई गई और ठोस कार्य हुए हैं तथा 130 करोड़ से ज्यादा की आबादी होने के बावजूद खाद्यान्न उत्पादन में हमारा देश आत्मनिर्भर हुआ हैं। श्री बोम्मई ने कहा कि जो देश खाद्यान्न उत्पादन में स्वावलंबी होता है, वह स्वाभिमानी राष्ट्र बनता है।
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