‘लखपति दीदियाँ’ बनेंगी करोड़पति? गणतंत्र दिवस पर शिवराज सिंह का बड़ा बयान
27 जनवरी 2025, नई दिल्ली: ‘लखपति दीदियाँ’ बनेंगी करोड़पति? गणतंत्र दिवस पर शिवराज सिंह का बड़ा बयान – 76वें गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर केंद्रीय ग्रामीण विकास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की ‘लखपति दीदियों’ से संवाद किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. चंद्र शेखर पेम्मासानी, सचिव श्री शैलेश कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
श्री चौहान ने संवाद के दौरान ‘लखपति दीदी’ बनने वाली महिलाओं की सराहना करते हुए कहा, “आपके प्रयासों से ग्रामीण क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव आ रहा है। यह सफर केवल लखपति बनने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि करोड़पति और अरबपति बनने की संभावनाएं भी हैं।” उन्होंने कहा कि व्यक्तियों को अपने लक्ष्यों और कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
श्री चौहान ने महिलाओं के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक सशक्तिकरण के लिए सरकार की योजनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई पहल की जा रही हैं।
उन्होंने कहा, “आजीविका मिशन ने महिलाओं को नई संभावनाओं के साथ एक व्यापक मंच दिया है। हमें गरीबी मुक्त गांव के लक्ष्य को हासिल करना है और इसके लिए महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना आवश्यक है।”
लखपति दीदियों ने साझा की अपनी कहानियां
कार्यक्रम में शामिल लखपति दीदियों ने अपने अनुभव और डीएवाई-एनआरएलएम (दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन) के माध्यम से आए बदलावों की कहानियां साझा कीं। उन्होंने बताया कि इस मिशन ने उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर दिया और उनकी आय में वृद्धि की।
मंत्रियों के साथ बातचीत के दौरान दीदियों ने ऑनलाइन मार्केटिंग, बिचौलियों को खत्म करने, जैविक खेती और बीमा जैसी पहल के बारे में चर्चा की।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बदलने पर जोर
श्री चौहान ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए स्वयं सहायता समूहों की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने लखपति दीदियों से आग्रह किया कि वे अपने आसपास की अन्य महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करें।
उन्होंने कहा कि ‘लखपति दीदी’ मिशन का उद्देश्य हर स्वयं सहायता समूह परिवार को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इसके तहत महिलाओं को विभिन्न आजीविका गतिविधियों और मूल्य श्रृंखला हस्तक्षेपों के माध्यम से हर साल एक लाख रुपये या उससे अधिक की स्थायी आय प्राप्त करने में मदद की जा रही है।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: