पीएम-किसान योजना में आधार सीडिंग क्यों जरूरी है? कृषक ई-मित्र चैटबॉट से पाएं मदद
06 अगस्त 2025, नई दिल्ली: पीएम-किसान योजना में आधार सीडिंग क्यों जरूरी है? कृषक ई-मित्र चैटबॉट से पाएं मदद – प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना के तहत पात्र किसानों को तीन बराबर किस्तों में सालाना ₹6,000 की सहायता राशि दी जाती है। अब तक किसानों को इस योजना के तहत कुल ₹3.90 लाख करोड़ रुपये से अधिक की रकम सीधे उनके बैंक खातों में भेजी जा चुकी है।
योजना की सफलता में आधार नंबर को योजना और बैंक खाते से जोड़ने (आधार सीडिंग) की बड़ी भूमिका रही है। इससे न केवल वास्तविक लाभार्थियों की पहचान संभव हो पाई है, बल्कि भुगतान की प्रक्रिया भी पारदर्शी और तेजी से हुई है।
आधार सीडिंग से क्या फायदे होते हैं?
आधार से जुड़े डेटा के इस्तेमाल से यह सुनिश्चित किया गया है कि भुगतान सही व्यक्ति को मिले और फर्जी लाभार्थियों को योजना से बाहर किया जा सके। साथ ही, इससे डुप्लीकेट रिकॉर्ड और गलत भुगतान रोकने में भी मदद मिली है।
इस प्रक्रिया की मजबूती का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पीएम-किसान योजना के तहत अब तक किए गए भुगतान में से 99.92% भुगतान सफलतापूर्वक किए गए हैं।
ई-केवाईसी है जरूरी, आधार से ही होती है पूरी
योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को ई-केवाईसी (e-KYC) करवाना जरूरी है। यह प्रक्रिया भी आधार के माध्यम से पूरी की जाती है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि लाभार्थी की जानकारी सही और सत्यापित है। इससे सरकारी डाटाबेस की गुणवत्ता बेहतर होती है और योजनाएं ज्यादा असरदार बनती हैं।
ई-मित्र चैटबॉट से मिलती है 11 भाषाओं में मदद
किसानों की सुविधा के लिए ‘कृषक ई-मित्र चैटबॉट’ की शुरुआत की गई है। यह चैटबॉट किसानों को 11 भाषाओं में जरूरी जानकारी देता है, जैसे कि योजना से जुड़ी शर्तें, आवेदन प्रक्रिया, ई-केवाईसी की स्थिति, आधार सीडिंग और भुगतान की जानकारी।
यह चैटबॉट 24×7 उपलब्ध रहता है और किसानों को तेज और सही उत्तर देता है, जिससे उन्हें बार-बार दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते।
किसानों के लिए जरूरी बातें
1. आधार लिंक करें: अपना आधार नंबर बैंक खाते और पीएम-किसान पोर्टल से जरूर जोड़ें, ताकि योजना की राशि समय पर मिले।
2. ई-केवाईसी करें: लाभ पाने के लिए समय पर ई-केवाईसी पूरी करें।
3. जानकारी लें: योजना से जुड़ी जानकारी के लिए पीएम-किसान पोर्टल या कृषक ई-मित्र चैटबॉट का उपयोग करें।
4. समस्या होने पर: किसी भी परेशानी में नजदीकी कृषि अधिकारी या लोक सेवा केंद्र से संपर्क करें।
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