कृषि में चार प्रतिशत विकास दर को प्राप्त करने में बहुत सी चुनौतियां
29 अक्टूबर 2024, नई दिल्ली: कृषि में चार प्रतिशत विकास दर को प्राप्त करने में बहुत सी चुनौतियां – यदि भविष्य में भारत को वार्षिक विकास दर को 8-10% हासिल करना है तो कृषि क्षेत्र को निरंतर चार प्रतिशत या उससे अधिक दर से बढ़ना होगा।
परन्तु कृषि में चार प्रतिशत विकास दर को प्राप्त करने में बहुत सी चुनौतियां हैं जिनमें कम भूमि धारक, पुरानी कृषि पद्धतियां, पानी की कमी, बाजार में अस्थिरता और कीमतों में उतार-चढ़ाव, और सबसे महत्वपूर्ण रूप से खराब आपूर्ति श्रृंखला और जब तक हम इन चुनौतियां को हल नहीं करेंगे, तब तक कृषि में उज्वल भविष्य की कल्पना करना संभव नहीं। हालांकि, केंद्र एबं राज्य सरकारें किसानों की आय और खेती की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए टिकाऊ कृषि सुधारों पर काम कर रही हैं, जिसमें किसानों की आय दोगुनी करना, कृषि में ड्रोन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं ब्लॉकचैन तकनीक का उपयोग प्रमुख है।
ब्लॉकचेन तकनीक
कृषि आपूर्ति श्रृंखला में उत्पादन से लेकर, उपभोक्ता तक पहुंचाने तक के विभिन्न चरणों से गुजरना पड़ता है जैसे कि उत्पादन, प्रसंस्करण, भंडारण, परिवहन और वितरण जैसे चरण शामिल हैं। जहां ब्लॉकचेन तकनीक आय उत्पन्न करने, बाजार पहुंच सक्षम करने, रोजगार प्रदान करने और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
ब्लॉकचेन तकनीक एक औपनिवेशिक डिजिटल लेजर प्रणाली है जो कई सिस्टमों के बीच लेन-देन को सुरक्षित और अपरिवर्तनीय रूप से लागू करती है। यह एक ऐसी संरचना है जो पीयर-टू-पीयर नोड्स के माध्यम से जुड़े नेटवर्क में कई डेटाबेस में जनता के लेन-देन संबंधी रिकॉर्ड संग्रहित होता है। इसका अभिप्राय यह है कि, ब्लॉकचेन तकनीक एक नेटवर्क पर लेनदेन को रिकॉर्ड करने, अपरिवर्तनीयता और क्रिप्टोग्राफिक सुरक्षा के माध्यम से विश्वास और अखंडता को बढ़ावा देने के लिए एक विकेन्द्रीकृत, पारदर्शी और सुरक्षित प्रणाली है। ब्लॉकचेन, किसानों को खेत से उपभोक्ता तक माल की आवाजाही को ट्रैक करने में सक्षम बनाता है. ब्लॉकचेन तकनीक, कृषि व्यवसाय के भीतर यातायात और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन को अनुकूलित करने, कृषि उत्पादों के परिवहन, भंडारण और वितरण के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: