भारत में बढ़ता शक्कर प्रेम, चीनी खपत 3 करोड़ टन तक पहुंच सकती है
01 जून 2024, भोपाल: भारत में बढ़ता शक्कर प्रेम, चीनी खपत 3 करोड़ टन तक पहुंच सकती है – अगले 2024-25 सीजन (अक्टूबर से सितंबर) में भारत की शुद्ध चीनी खपत अभूतपूर्व 3 करोड़ टन तक पहुंच सकती है, जो साल दर साल 2.2 प्रतिशत की स्थिर वृद्धि दर पर आधारित है, ऐसा बाजार के विशेषज्ञों का कहना है। भारत की वार्षिक चीनी खपत वृद्धि दर 2.2 प्रतिशत है, जो विश्व औसत 1 प्रतिशत के मुकाबले काफी अधिक है।
2023-24 सीजन में नया रिकॉर्ड
सितंबर में समाप्त होने वाले 2023-24 के चीनी सीजन में, भीषण गर्मी और आम चुनावों के चलते घरेलू चीनी की खपत 29 मिलियन टन के नए रिकॉर्ड को छू सकती है l
2023-24 सीजन में, केंद्र सरकार ने अक्टूबर से मई के महीनों के दौरान मिलों के माध्यम से 19.6 मिलियन टन चीनी जारी की। यह पिछले सीजन (2022-23) की इसी समयावधि में में जारी की गई चीनी से लगभग 9 प्रतिशत अधिक है। 2023-24 में शुद्ध चीनी उत्पादन 32 मिलियन टन होने का अनुमान है, जबकि खपत 29 मिलियन टन आंकी गई है।
चीनी की कीमतें और भविष्य की संभावनाएं
इस सीजन में चीनी का औसत एक्स-मिल मूल्य लगभग 3,750 रुपये प्रति क्विंटल है, जो पिछले सीजन की औसत कीमत से अधिक है।
साल-दर-साल चीनी उत्पादन और खपत
भारत का चीनी उत्पादन और खपत साल दर साल बढ़ रहा है। 2022-23 में उत्पादन 31 मिलियन टन और खपत 28 मिलियन टन थी। 2023-24 में उत्पादन बढ़कर 32 मिलियन टन और खपत 29 मिलियन टन हो गई। अगले सीजन में खपत 30 मिलियन टन तक पहुंचने की उम्मीद है, जबकि उत्पादन 29 मिलियन टन रहने की संभावना है।भारत में चीनी की खपत और उत्पादन दोनों में वृद्धि जारी है, जो वैश्विक औसत से काफी अधिक है।