सशक्त पंचायतें विकसित भारत की नींव: जन योजना अभियान 2024 पर राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन
01 अक्टूबर 2024, नई दिल्ली: सशक्त पंचायतें विकसित भारत की नींव: जन योजना अभियान 2024 पर राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन – नई दिल्ली में केंद्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री प्रो. एस. पी. सिंह बघेल ने जन योजना अभियान 2024-25 के अंतर्गत ‘सबकी योजना, सबका विकास’ पर राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस अभियान का उद्देश्य पंचायतों को सशक्त बनाकर ग्रामीण विकास को नई दिशा देना और सतत विकास लक्ष्यों को स्थानीय स्तर पर लागू करना है।
पंचायती राज मंत्रालय ने इस अभियान के जरिए ग्राम पंचायत विकास योजनाओं को तेज करने और उन्हें प्रभावी बनाने के लिए कई संगठनों के साथ साझेदारी की है। यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों के समग्र विकास पर केंद्रित है, जहां पंचायतों को स्थानीय जरूरतों के मुताबिक योजनाएं तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है।
प्रो. बघेल ने इस अवसर पर कहा कि ‘सबकी योजना, सबका विकास’ का मकसद पंचायतों को एक मजबूत सेवा प्रदाता के रूप में स्थापित करना है। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से समग्र दृष्टिकोण के साथ ग्राम पंचायत विकास योजनाएं बनाने का आग्रह किया। उनके अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में पिछले एक दशक में ग्रामीण विकास में अभूतपूर्व कार्य हुए हैं और पंचायतों को इस विकास प्रक्रिया में निधियों का सही उपयोग करना चाहिए।
प्रो. बघेल ने कहा कि पंचायती राज मंत्रालय ने सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को नौ प्रमुख क्षेत्रों में बांटकर पंचायत स्तर पर लागू किया है। इन लक्ष्यों के तहत अगर पंचायतें योजनाओं को सही ढंग से अपनाती हैं, तो इससे ग्राम स्वराज की परिकल्पना साकार हो सकती है। उन्होंने जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन पर भी पंचायतों का ध्यान आकर्षित किया, जो ग्रामीण भारत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
राष्ट्रीय कार्यशाला की प्रमुख बातें
कार्यशाला में पंचायती राज मंत्रालय के सचिव श्री विवेक भारद्वाज, ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव श्री शैलेश कुमार सिंह और अन्य महत्वपूर्ण अधिकारी भी शामिल हुए। इस दौरान, 2024-25 के लिए जन योजना अभियान पर पुस्तिका और राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान की वार्षिक कार्य योजना का भी अनावरण किया गया। इसके साथ ही, पंचायती राज मंत्रालय की हिंदी वेबसाइट का भी शुभारंभ किया गया, जिससे हिंदी भाषी उपयोगकर्ताओं तक इसकी पहुंच बढ़ सके।
श्री विवेक भारद्वाज ने कहा कि पंचायतें ग्रामीण विकास में एक फोर्स मल्टीप्लायर की तरह काम कर सकती हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि ग्राम पंचायत विकास योजनाओं के माध्यम से स्थानीय संसाधनों का सही उपयोग और जन भागीदारी सुनिश्चित की जानी चाहिए।
कार्यशाला के दौरान उन्नत भारत अभियान और पीपुल्स प्लान कैंपेन के बीच सहयोग की भी सराहना की गई, जिसमें 20,000 से अधिक छात्रों को शामिल किया गया है। यह अभियान जमीनी स्तर पर सामुदायिक भागीदारी को और मजबूत करने के लिए तैयार किया गया है।
एआई-आधारित योजनाओं का महत्व
इस कार्यशाला में एआई और एमएल तकनीकों के उपयोग पर भी चर्चा हुई, जिसमें स्वामित्व योजना मानचित्रों के माध्यम से ग्रामीण बुनियादी ढांचे की योजनाएं तैयार की जा रही हैं। एमओपीआर ने 25,000 से अधिक गांवों में छत पर सौर ऊर्जा क्षमता की पहचान की है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में हरित ऊर्जा को बढ़ावा देगी।
कार्यशाला में त्रि-स्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों और अधिकारियों ने ग्रामीण विकास योजनाओं की चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा की। इसके साथ ही, पंचायत स्तर पर साक्ष्य-आधारित योजनाओं की प्रभावशीलता को बढ़ाने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया गया।
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