राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

दलहन में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदम, उत्पादन में रिकॉर्ड वृद्धि

27 अगस्त 2024, नई दिल्ली: दलहन में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदम, उत्पादन में रिकॉर्ड वृद्धि – कृषि मंत्रालय ने हाल ही में बताया कि देश में दलहन उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वर्ष 2014-15 से 2023-24 तक, दलहन उत्पादन में 42.8% की वृद्धि दर्ज की गई है। इससे पहले 2003-04 से 2013-14 तक दलहन उत्पादन में 29.2% की वृद्धि हुई थी। इस वृद्धि का मुख्य कारण दलहन उत्पादक किसानों की मेहनत और सरकारी सहायता है।

केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि केंद्र सरकार दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। तुअर, उड़द, और मसूर की फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद के लिए सरकार ने ई-समृद्धि पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से किसान आसानी से पंजीकरण कर सकते हैं और एमएसपी पर अपनी फसल बेच सकते हैं। मंत्री ने राज्य सरकारों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक किसानों को इस पोर्टल पर पंजीकरण करने के लिए प्रोत्साहित करें।

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मंत्री ने कहा कि देश अभी भी तुअर, उड़द और मसूर की फसलों में आत्मनिर्भर नहीं है, और 2027 तक आत्मनिर्भरता हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है। सरकार ने दालों के उत्पादन में 50 प्रतिशत की वृद्धि करने के लिए राज्यों के प्रयासों की सराहना की है, लेकिन किसानों को दालों की खेती के लिए प्रोत्साहित करने और प्रति हेक्टेयर उपज बढ़ाने के लिए और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है।

उन्होंने यह भी बताया कि देश ने मूंग और चना की फसलों में आत्मनिर्भरता प्राप्त कर ली है और आयात पर निर्भरता 30 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत कर दी है। सरकार ने राज्यों से आग्रह किया है कि वे केंद्र के साथ मिलकर काम करें ताकि देश खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बने और विश्व की खाद्य टोकरी बने।

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मंत्री ने नकदी फसलों की ओर फसल विविधीकरण और मिट्टी की उर्वरता को बहाल करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए जलवायु अनुकूल और कम अवधि वाली किस्मों के उपयोग की सलाह दी। इसके अलावा, राज्य सरकारों से आग्रह किया गया कि वे अपने बीज वितरण प्रणालियों को मजबूत करें।

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