राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

लाल प्याज़ के निर्यात में तेजी, किसानों को ₹21 प्रति किलो तक मिल रहा भाव

10 नवंबर 2025, नई दिल्ली: लाल प्याज़ के निर्यात में तेजी, किसानों को ₹21 प्रति किलो तक मिल रहा भाव – भारत का प्याज़ निर्यात इस वर्ष पिछले वर्ष के 11.5 लाख टन (1.15 मिलियन टन) के रिकॉर्ड आंकड़े को पार कर सकता है। उत्पादन में वृद्धि, अनुकूल मौसम, और विदेशी बाज़ारों में निरंतर मांग के चलते यह वृद्धि संभव मानी जा रही है, एक उद्योग विशेषज्ञ के अनुसार।

Advertisement1
Advertisement

देश के प्रमुख प्याज़ उत्पादक क्षेत्रों — महाराष्ट्र के नासिक, अहमदनगर, पुणे और जळगांव के साथ-साथ मध्य प्रदेश, गुजरात और कर्नाटक — में पर्याप्त उपलब्धता बनी हुई है। लगातार फसल कटाई, बेहतर आपूर्ति श्रृंखला और सरकार के बफर स्टॉक एवं निगरानी तंत्र ने मूल्य स्थिरता बनाए रखी है और निर्यात में सुगमता सुनिश्चित की है।

विशेषज्ञ ने बताया कि लाइट रेड प्याज़ (Light Red Onions) वर्तमान में निर्यात बाज़ार में सबसे अधिक मांग वाली किस्म बन गई है क्योंकि इसकी शेल्फ लाइफ लंबी होती है और कंद का आकार व गुणवत्ता बेहतर होती है। नासिक क्षेत्र के प्याज़ अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विशेष रूप से पसंद किए जाते हैं क्योंकि उनका हल्का तीखापन और स्वाद मध्य पूर्व के उपभोक्ताओं को अन्य देशों जैसे पाकिस्तान और मिस्र की तुलना में अधिक भाता है। वहीं, बेल्लारी रोज़ प्याज़ (Bellary Rose Onion) दक्षिण भारतीय समुदायों में लोकप्रिय है और होटलों तथा रेस्तरांओं में इसे सलाद और सांभरजैसी तैयारियों में पूरे प्याज़ के रूप में प्रयोग किया जाता है।

इस वर्ष अनुकूल मौसम परिस्थितियों के कारण कंद का समान विकास, बेहतर रंग, और कम नमी वाले प्याज़ प्राप्त हुए हैं, जिससे शेल्फ लाइफ में सुधार और खराबी में कमी आई है। इससे घरेलू और निर्यात दोनों व्यापारियों को लाभ हो रहा है।

Advertisement8
Advertisement

लाल प्याज़ (Red Onion) का निर्यात सीजन अक्टूबर से अप्रैल तक चलता है, जिसका चरम समय दिसंबर से फरवरी तक रहता है। कुछ क्षेत्रों में असामयिक बारिश के कारण थोड़ी देरी और परिवहन लागत में वृद्धि देखी गई थी, लेकिन अब आपूर्ति स्थिर हो चुकी है और बाजार भावना सकारात्मक बनी हुई है।

Advertisement8
Advertisement

विशेषज्ञ के अनुसार, दुबई भारत का सबसे बड़ा निर्यात बाज़ार बना हुआ है, जहाँ भारतीय लाल प्याज़ का लगभग 70% बाजार हिस्सा है। इसके अलावा सऊदी अरब, कुवैत, क़तर, बहरीन, मलेशिया, श्रीलंका, बांग्लादेश और इंडोनेशिया से भी स्थिर मांग बनी हुई है।
वर्तमान में निर्यात-योग्य प्याज़ की फार्म गेट कीमत ₹16 से ₹21 प्रति किलोग्राम (USD 0.20–0.25 प्रति किलोग्राम) के बीच है, जबकि एफओबी (FOB) कीमत ₹29,000 से ₹35,000 प्रति मीट्रिक टन (USD 350–420 प्रति MT) के औसत पर बनी हुई है, जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्थिर और मजबूत मांग को दर्शाती है।

Advertisements
Advertisement3
Advertisement

आपने उपरोक्त समाचार कृषक जगत वेबसाइट पर पढ़ा: हमसे जुड़ें
> नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़व्हाट्सएप्प
> कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें
> कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: E-Paper
> कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: Global Agriculture

Advertisements
Advertisement5
Advertisement