राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

प्याज बना किसानों के लिए सज़ा, निर्यात खुलने के बाद भी प्याज का निर्यात नहीं  

28 मई 2024, मध्य प्रदेश: प्याज बना किसानों के लिए सज़ा, निर्यात खुलने के बाद भी प्याज का निर्यात नहीं – सरकार ने प्याज निर्यात पर लगी रोक हटा दी गई है, लेकिन उच्च न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) और उसके ऊपर 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क ने निर्यात को नामुमकिन बना दिया है। न्यूनतम निर्यात मूल्य 550 अमेरिकी डॉलर और 40% निर्यात शुल्क निर्धारित किया है, जिससे प्रभावी निर्यात मूल्य 770 अमेरिकी डॉलर प्रति टन हो जाता है। भारतीय रुपये में यह लगभग 64 रुपये/किलोग्राम होता है।

भारत सरकार ने प्याज के लिए निर्यात खोल दिया है लेकिन इस ऊंची  दर पर, निर्यातकों के लिए प्याज निर्यात करना मुश्किल हो रहा है।

भारत में प्याज का उत्पादन मुख्यतः महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश में होता है। पिछले वर्ष मई 2023 की तुलना में इन राज्यों में औसत मूल्य 66% से बढ़ा है। मई 2024 में इन राज्यों में प्रचलित औसत कीमत लगभग 1307 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि पिछले साल मई 2023 में यह 795 रुपये प्रति क्विंटल थी।

प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध अक्टूबर में लगाया गया था, जब उत्पादन में कमी के कारण आपूर्ति कम हो गई थी। किसानों ने इस प्रतिबंध के कारण कम कीमतों का सामना किया और विरोध प्रदर्शन किया। मई 2024 में प्रतिबंध हटा लिया गया, लेकिन $550 प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य और 40 प्रतिशत का निर्यात शुल्क लागू किया गया, जिससे निर्यात फिर भी संभव नहीं हो पाया।

नासिक के व्यापारियों के अनुसार, संयुक्त अरब अमीरात, जो भारतीय प्याज का सबसे बड़ा आयातक है, वहां की कीमतों में भारी गिरावट आई है। प्रतिबंध हटने से पहले दुबई में प्याज की कीमत 2 दिरहम थी जो करीब 45 रुपए होता है, वो अब घटकर 1 दिरहम यानि 22 रूपए  हो गई है। निर्यात गुणवत्ता के प्याज की कीमत 2000 से 2200 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि दुबई भेजने की कुल लागत 40-45 रुपये प्रति किलोग्राम होती है, जिससे निर्यात करना लाभदायक नहीं रह गया है।

मुख्य कथा: निर्यात प्रतिबंध हटाने के बावजूद निर्यात में कमी

अंतरराष्ट्रीय बाजारों में प्याज की कीमतों में गिरावट और भारी निर्यात शुल्क के चलते भारत से प्याज का निर्यात लगभग न के बराबर हो गया है। महाराष्ट्र के नासिक के व्यापारियों ने बताया कि संयुक्त अरब अमीरात (UAE) को प्याज का निर्यात अब व्यावहारिक नहीं रह गया है क्योंकि वहां की कीमतों में भारी गिरावट आई है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धा

निर्यात शुल्क के कारण भारतीय प्याज अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धी नहीं रह गया है। नासिक के लासलगांव मंडी में प्याज की औसत कीमत 1400-1500 रुपये प्रति क्विंटल बनी हुई है, जो निर्यात सुधार होने तक बढ़ने की संभावना नहीं है। इसके अलावा, जानोरी इनलैंड कंटेनर डिपो से निर्यात में 50 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। निर्यातक मांग कर रहे हैं कि निर्यात शुल्क और न्यूनतम निर्यात मूल्य को हटाया जाए ताकि निर्यात फिर से बढ़ सके।

तुलनात्मक विश्लेषण: प्याज की कीमतें और उनकी बढ़त

नीचे दिए गए चार्ट के अनुसार, मई 2024 में विभिन्न राज्यों में प्याज की कीमतें और उनकी प्रतिशत वृद्धि को दर्शाया गया है:

राज्यकीमतेंमई, 2024कीमतेंअप्रैल, 2024कीमतेंमई, 2023परिवर्तन (पिछलेमाहकीतुलनामें)परिवर्तन (पिछलेवर्षकीतुलनामें)
केरल3562340853484.52-33.4
नगालैंड350939505893-11.16-40.45
मेघालय34693500-0.89__
मणिपुर3427327921614.5158.58
त्रिपुरा28122429235115.7719.61
ओडिशा2499243416852.6748.31
बिहार2263226213170.0471.83
हिमाचल प्रदेश221723571550-5.9443.03
पश्चिम बंगाल21051872149712.4540.61
जम्मू और कश्मीर205521721288-5.3959.55
गोवा1849179911382.7862.48
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली170715679928.9372.08
छत्तीसगढ़165015707695.1114.56
उत्तराखंड160117821223-10.1630.91
उतार प्रदेश।158916981141-6.4239.26
कर्नाटक1536134584114.282.64
चंडीगढ़15221634990-6.8553.74
पंजाब14571528915-4.6559.23
तेलंगाना1443133510108.0942.87
महाराष्ट्र1421120368718.12106.84
हरयाणा14201532848-7.3167.45
गुजरात129712078957.4644.92
राजस्थान Rajasthan118411297654.8754.77
आंध्र प्रदेश1172104772611.9461.43
मध्य प्रदेश9891200589-17.5867.91
अण्डमान और निकोबार60006000____
असम1864____

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