ज़ायद फसल सीजन में रिकॉर्ड बढ़त: धान, दलहन और मक्का में जबरदस्त बुआई
03 जून 2025, नई दिल्ली: ज़ायद फसल सीजन में रिकॉर्ड बढ़त: धान, दलहन और मक्का में जबरदस्त बुआई – देशभर में इस बार गर्मियों की फसलों (ज़ायद सीजन) की बुआई ने रफ्तार पकड़ ली है। कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 30 मई 2025 तक प्रमुख फसलों की बुआई 83.93 लाख हैक्टेयर हो चुकी है, जो पिछले साल 74.72 लाख हैक्टेयर के मुकाबले काफी आगे निकल चुकी है। खासकर धान, दलहन और मक्का की खेती में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इससे एक ओर जहां किसानों का उत्साह बढ़ा है, वहीं दूसरी ओर खरीफ से पहले देश की खाद्य सुरक्षा को लेकर भी राहत के संकेत मिले हैं।
धान की खेती में 4.8 लाख हेक्टेयर की बढ़त
ग्रीष्मकालीन धान की बुआई 35.86 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जबकि पिछले साल इसी समय तक 31.06 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी। यानी इस साल अब तक 4.8 लाख हेक्टेयर अधिक क्षेत्र में धान की फसल खड़ी है। विशेषज्ञों के अनुसार, समय पर गर्मी और पानी की उपलब्धता ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई है।
दलहनों में भी बढ़ोतरी, मूंग और उड़द ने दिखाया दम
दलहन की फसलों ने भी इस बार शानदार प्रदर्शन किया है। कुल मिलाकर 24.25 लाख हेक्टेयर में दलहन की बुआई हुई है, जो पिछले साल 21.48 लाख हेक्टेयर थी। इसमें सबसे ज़्यादा हिस्सेदारी हरे मूंग (ग्रीनग्राम) की रही, जिसकी बुआई इस साल 21 लाख हेक्टेयर में हुई है — पिछले साल के मुकाबले करीब 2.27 लाख हेक्टेयर ज़्यादा। उड़द (ब्लैकग्राम) की बुआई भी 3.07 लाख हेक्टेयर तक पहुँच गई है, जिसमें करीब 50 हजार हेक्टेयर की बढ़त हुई है।
मक्का ने पछाड़ा बाजरा, छोटे मोटे अनाजों का भी विस्तार
‘श्री अन्न’ यानी मोटे अनाजों की श्रेणी में भी अच्छी खबर है। इस समूह की कुल बुआई 14.37 लाख हेक्टेयर तक पहुँच गई है, जबकि पिछले साल 12.95 लाख हेक्टेयर में ही खेती हुई थी। इनमें सबसे ज़्यादा उछाल मक्का की खेती में देखने को मिला, जो 8.8 लाख हेक्टेयर में बुआई के साथ पिछले साल के मुकाबले 1.43 लाख हेक्टेयर अधिक है। वहीं, बाजरा में मामूली गिरावट (0.06 लाख हेक्टेयर) दर्ज की गई है।
तिलहनों में भी सकारात्मक रुख, मूंगफली और सूरजमुखी आगे
तिलहन की कुल बुआई इस बार 9.45 लाख हेक्टेयर तक पहुँच चुकी है, जबकि पिछले साल 9.23 लाख हेक्टेयर में ही खेती हुई थी। सबसे ज़्यादा बढ़त मूंगफली (ग्राउंडनट) और तिल में देखी गई है। मूंगफली की बुआई 4.31 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, वहीं तिल की खेती भी बढ़कर 4.70 लाख हेक्टेयर तक पहुँच गई है।
2025 के ग्रीष्मकालीन सीजन में फसल बुआई के शुरुआती आंकड़े बेहद उत्साहजनक हैं। देश में खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने और किसानों की आमदनी बढ़ाने की दिशा में ये संकेत सकारात्मक हैं। अगर मौसम सहयोग करता रहा और जल संसाधनों की उपलब्धता बनी रही, तो यह ज़ायद सीजन किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
क्रम संख्या | फसल का नाम | सामान्य क्षेत्र (लाख हेक्टेयर) | वर्ष 2025 में बुआई (लाख हेक्टेयर) | वर्ष 2024 में बुआई (लाख हेक्टेयर) | पिछले वर्ष की तुलना में वृद्धि/कमी (लाख हेक्टेयर) |
1 | धान | 30.795 | 35.86 | 31.06 | 4.8 |
2 | दलहन | 21.645 | 24.253 | 21.484 | 2.769 |
a | मूंग (हरी साबुत) | 18.95 | 21.003 | 18.735 | 2.268 |
b | उड़द | 2.695 | 3.07 | 2.571 | 0.498 |
c | अन्य दलहन | 0 | 0.181 | 0.178 | 0 |
3 | श्री अन्न/मोटे अनाज | 11.048 | 14.368 | 12.946 | 1.422 |
a | ज्वार | 0.335 | 0.48 | 0.46 | 0.02 |
b | बाजरा | 4.1 | 4.9 | 4.96 | -0.06 |
c | रागी | 0.306 | 0.164 | 0.134 | 0.03 |
d | छोटे अनाज | 0.017 | 0.024 | 0.022 | 0.002 |
e | मक्का | 6.29 | 8.8 | 7.37 | 1.43 |
4 | तिलहन | 7.855 | 9.45 | 9.228 | 0.222 |
a | मूंगफली | 2.995 | 4.314 | 4.111 | 0.204 |
b | सूरजमुखी | 0.34 | 0.364 | 0.308 | 0.056 |
c | तिल (सिसम) | 4.52 | 4.7 | 4.733 | -0.033 |
d | अन्य तिलहन | 0 | 0.072 | 0.076 | -0.005 |
कुल | 71.34 | 83.93 | 74.72 | 9.21 |
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