राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

बारिश ने मंडियों में मचाया कहर, खुले में भीग रही किसानों की मेहनत

21 अप्रैल 2025, नई दिल्ली: बारिश ने मंडियों में मचाया कहर, खुले में भीग रही किसानों की मेहनत – पंजाब में इन दिनों गेहूं की कटाई जोरों पर है और अनाज मंडियों में गेहूं की आवक बढ़ रही है। लेकिन मौसम की मार ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बारिश, ओलावृष्टि और आंधी ने कई इलाकों में तबाही मचाई है, जिससे किसानों को भारी नुकसान का डर सता रहा है। किसान अब ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं कि उनकी फसल को और नुकसान न हो। हल्की बारिश के बावजूद, फसल में नमी की मात्रा बढ़ने की आशंका है, जिसके चलते खरीद में देरी हो सकती है।

मंडियों में खुले में पड़ा गेहूं, तिरपाल की भागदौड़

शुक्रवार दोपहर को आसमान में काले बादल छाने के साथ ही मंडियों में हड़कंप मच गया। किसान और आढ़ती (कमीशन एजेंट) तिरपाल ढूंढने दौड़े ताकि खुले में पड़ी फसल को ढका जा सके। बरनाला की बड़ी अनाज मंडी में गेहूं के ढेर खुले में पड़े थे, और बारिश ने हालात को और बिगाड़ दिया। जो थोड़ा-बहुत गेहूं खरीदा गया था, वह भी बारिश की चपेट में आ गया। वजीदके गांव के किसान शमशेर सिंह ने बताया कि वे अपनी फसल लेकर बरनाला मंडी पहुंचे ही थे कि बारिश शुरू हो गई। हालांकि फसल पक्के फर्श पर उतारी गई थी, लेकिन बारिश के कारण वह थोड़ी गीली हो गई, जिससे नमी की मात्रा बढ़ गई।

नमी के नियमों में ढील की उम्मीद

शमशेर सिंह ने कहा, “हम जैसे किसानों को अक्सर प्राकृतिक और मानव-निर्मित समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मंडियों में फसल को ढकने की अपर्याप्त व्यवस्था हमारे लिए नुकसानदायक है, और सरकार को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।” एक अन्य किसान हरनेक सिंह ने भी उनकी बात का समर्थन करते हुए कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि प्रशासन नमी की मात्रा के नियमों में थोड़ी ढील देगा और तय सीमा से कुछ अधिक नमी वाली फसल को भी खरीद लेगा।”

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