पाकिस्तान पर दबाव, न एमएसपी घोषित और न गेहूं की खरीदी
31 मई 2025, नई दिल्ली: पाकिस्तान पर दबाव, न एमएसपी घोषित और न गेहूं की खरीदी – भारत पाकिस्तान के बीच उपजा तनाव भले ही अभी शांत हो गया हो लेकिन बावजूद इसके पाकिस्तान की खाद्यान्न स्थिति पर संकट मंडरा रहा है। जो जानकारी प्राप्त हुई है उसके अनुसार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के दबाव में पाकिस्तान ने चालू मार्केटिंग सीजन 2024-25 के लिए गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) घोषित नहीं किया और न ही गेहूं की सरकारी खरीद की।
पाकिस्तान एग्रीकल्चरल स्टोरेज एंड सर्विसेज कारपोरेशन लिमिटेड (पीएएसएससीओ) ने इस साल गेहूं की कोई खरीद नहीं की है और वहां की सरकार हमारे देश में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) की तर्ज पर काम करने वाली पाकिस्तान की इस संस्था को बंद करने की तैयारी कर रही है।
आर्थिक संकट में फंसे पाकिस्तान में कृषि क्षेत्र में सुधारों का दौर चल रहा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के दबाव में पाकिस्तान ने चालू मार्केटिंग सीजन 2024-25 के लिए गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) घोषित नहीं किया और न ही गेहूं की सरकारी खरीद की। पाकिस्तान एग्रीकल्चरल स्टोरेज एंड सर्विसेज कारपोरेशन लिमिटेड ने इस साल गेहूं की कोई खरीद नहीं की है और वहां की सरकार हमारे देश में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) की तर्ज पर काम करने वाली पाकिस्तान की इस संस्था को बंद करने की तैयारी कर रही है। आईएमएफ द्वारा एक्सटेंडेड फंड फैसिलिटी लोन के तहत पाकिस्तान को 2024-25 से 2027-28 के बीच 7.11अरब डॉलर का कर्ज दिया जाएगा। उसके लिए हुए समझौते के तहत ही पाकिस्तान में कृषि क्षेत्र से जुड़े फैसले किये जा रहे हैं।
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