मध्य प्रदेश में किसानो ने 395 करोड़ रुपये प्रीमियम जमा किया
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना – खरीफ 2022
30 सितम्बर 2022, भोपाल(अतुल सक्सेना): मध्य प्रदेश में किसानो ने 395 करोड़ रुपये प्रीमियम जमा किया – प्रधानमंत्री ने वर्ष 2016 में फसल बीमा योजना की शुरुआत की थी। कोशिस थी कि योजना से किसानों को फसल की सुरक्षा प्रदान की जा सके। प्राकृतिक आपदाओं की वजह से फसलों को होने वाले नुकसान का खामियाजा किसानों को न भुगतना पड़े। इसमे सफलता भी मिली । फसल बीमा योजना में प्रीमियम राशि को भी किसान की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए काफी कम रखा गया है। खरीफ फसलों के लिए बीमा राशि का मात्र 2 प्रतिशत और रबी फसलों पर बीमा राशि का 1.5 प्रतिशत प्रीमियम राशि किसानों को देनी होती है। इसी तारतम्य में मध्य प्रदेश में चालू खरीफ में लगभग 49 लाख हेक्टेयर का फसल बीमा हुआ है ,इसके लिए किसानो ने लगभग 395 करोड़ रुपये प्रीमियम जमा किया है ।
जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ 2022 में मध्य प्रदेश के किसानों का खसरों से पंजीयन का मिलान कर फसल बीमा किया गया है , ताकी कोई गड़बड़ी या परेशानी ना हो और किसानों को प्राकृतिक आपदा से प्रभावित फसलों की बीमा राशि समय पर मिल सके। खरीफ 2022 में लगभग 96 लाख आवेदन जमा किये गए है ।.
दरअसल,प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में वर्ष 2022-23 में खरीफ और रबी के लिये किसानों की अधिसूचित फसलों का बीमा कराने क्लस्टरवार निर्धारित बीमा कम्पनियों को कार्यादेश जारी कर दिये गये हैं।इसके लिए राजस्व विभाग के पास उपलब्ध डेटा का उपयोग कृषि और सहकारिता विभाग द्वारा किया जा रहा है । इसके माध्यम से यह पता लगाया जाएगा कि किसी किसान ने एक खसरे पर दो बैंकों से बीमा तो नहीं कराया है। यह प्रक्रिया इसलिए अपनाई जा रही है ताकी किसानों को बीमा राशि मिलने और एक खसरे पर दो बैंकों से बीमा करने का दोहराव ना हो। नियम के मुताबिक , एक भूमि पर एक ही बैंक से बीमा कराया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ-2022 के लिये प्रदेश में नेशनल क्रॉप इंश्योरेंस पोर्टल पर भू-अभिलेख के एकीकरण का कार्य किया जा रहा है। किसानों को समय पर सही पॉलिसी जारी करने के लिये नेशनल क्रॉप इंश्योरेस पोर्टल पर सही-सही जानकारी दर्ज होना जरूरी है।
महत्वपूर्ण खबर: पीएम-किसान की 12वीं किस्त 17 अक्टूबर को किसानों के खाते में जमा होगी
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम )