राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

पीएम मोदी ने जारी की 109 नई उन्नत फसल किस्में, किसानों को मिलेगा बड़ा लाभ

12 अगस्त 2024, नई दिल्ली: पीएम मोदी ने जारी की 109 नई उन्नत फसल किस्में, किसानों को मिलेगा बड़ा लाभ – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल नई दिल्ली स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में 109 उच्च उपज देने वाली, जलवायु अनुकूल और जैव-सशक्त फसल किस्में जारी कीं। इन 109 किस्मों में 69 खेत की फसलें और 40 बागवानी फसलें शामिल हैं।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने किसानों और वैज्ञानिकों के साथ बातचीत भी की। नई फसल किस्मों के महत्व पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कृषि में मूल्य संवर्धन के महत्व पर जोर दिया। किसानों ने कहा कि ये नई किस्में बेहद फायदेमंद होंगी क्योंकि इनसे उनका खर्च कम होगा और पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

प्रधानमंत्री ने मोटे अनाजों के महत्व पर भी चर्चा की और बताया कि लोग अब पौष्टिक भोजन की ओर बढ़ रहे हैं। किसानों ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना की।

प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) किसानों को विकसित हो रही नई किस्मों के लाभों के बारे में सक्रिय रूप से जानकारी दें ताकि इन लाभों के प्रति जागरूकता बढ़ सके।

प्रधानमंत्री द्वारा जारी की गई 109 किस्मों में 61 फसलों की 34 खेत की फसलें और 27 बागवानी फसलें शामिल हैं। 34 खेत की फसलों में मोटे अनाज, चारा फसलें, तिलहन, दलहन, गन्ना, कपास, रेशा और अन्य संभावित फसलों के बीज शामिल हैं। बागवानी फसलों में विभिन्न प्रकार के फलों, सब्जियों, रोपण फसलों, कंद फसलों, मसालों, फूलों और औषधीय फसलों की किस्में जारी की गईं।

इसके बाद केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज का दिन किसानों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि जारी की गई 109 किस्में उन्हें अधिक उत्पादन, अधिक आय और कम खर्च में मदद करेंगी। चौहान ने बताया कि इन फसलों के बीज जलवायु अनुकूल हैं और प्रतिकूल मौसम में भी अच्छी फसल दे सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ये किस्में पोषण से भरपूर हैं।

शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि अगले तीन सालों में किसानों को सभी 109 किस्मों के बीज उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि विदेशी आम किस्मों का आयात अब आवश्यक नहीं है, क्योंकि हमारी अपनी किस्में अधिक उत्पादक, सुंदर और बेहतर भंडारण गुणों वाली हैं, जो किसानों की आय को बढ़ा सकती हैं। इन सभी किस्मों को प्राकृतिक खेती के लिए उपयुक्त बताया गया है और इस विषय पर शोध जारी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रस्ताव रखा कि केवीके, आईसीएआर और राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों को प्रत्येक महीने कम से कम एक दिन किसानों के साथ जुड़ना चाहिए। इस आदान-प्रदान का उद्देश्य कृषि से संबंधित किसी मौजूदा समस्या का समाधान निकालने के लिए आपसी सीख के माध्यम से उत्तर ढूंढने का होना चाहिए I

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