राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

गणतंत्र दिवस परेड में PACS प्रतिनिधियों की भागीदारी, मिला राष्ट्रीय सम्मान

27 जनवरी 2025, नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस परेड में PACS प्रतिनिधियों की भागीदारी, मिला राष्ट्रीय सम्मान – 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर केंद्रीय सहकारिता राज्यमंत्री श्री मुरलीधर मोहोल ने देशभर से आए प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS) के 200 से अधिक प्रतिनिधियों से संवाद किया। यह कार्यक्रम नई दिल्ली में आयोजित हुआ, जिसमें 13 राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। गणतंत्र दिवस परेड में PACS प्रतिनिधियों को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। यह पहल ग्रामीण विकास में PACS की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करती है और उन्हें न केवल वित्तीय गतिविधियों बल्कि सामुदायिक कल्याण का केंद्र बनाने की दिशा में एक कदम है।

कार्यक्रम में सहकारिता सचिव श्री आशीष कुमार भूटानी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। यह आयोजन PACS के योगदान को मान्यता देने और उन्हें प्रेरित करने के उद्देश्य से किया गया।

PACS के डिजिटलीकरण पर जोर

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के नेतृत्व में सहकारिता मंत्रालय PACS को बहु-उद्देशीय संस्थानों में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। इस परियोजना का उद्देश्य PACS को केवल वित्तीय सेवाओं तक सीमित रखने के बजाय सामुदायिक विकास का केंद्र बनाना है। नाबार्ड, राज्य सरकारों और सहकारी बैंकों जैसे हितधारकों के सहयोग से इस योजना को लागू किया जा रहा है।

सरकार की योजना 67,930 PACS का डिजिटलीकरण करने की है। इस परियोजना के तहत तीव्र ऋण वितरण, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण, और उन्नत बैंकिंग सेवाओं के साथ-साथ अनाज भंडारण, जन औषधि केंद्र और अन्य गैर-वित्तीय सेवाएं प्रदान करने की योजना है। यह कदम पारदर्शिता, कार्यकुशलता, और लाभप्रदता को बढ़ावा देगा।

ग्रामीण विकास में PACS की भूमिका

गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, असम, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के प्रतिनिधियों ने इस आयोजन में भाग लिया। इन राज्यों में PACS के कंप्यूटराइजेशन का काम प्रभावी ढंग से चल रहा है, जिससे ग्रामीण समुदायों को वित्तीय सेवाओं का अधिक लाभ मिल रहा है। PACS के सशक्त होने से ग्रामीण भारत में समावेशी विकास की परिकल्पना को साकार करने में मदद मिलेगी।

PACS के डिजिटलीकरण के माध्यम से वित्तीय सेवाओं के साथ-साथ गैर-वित्तीय सेवाएं भी ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाई जा रही हैं। इनमें अनाज भंडारण, कॉमन सर्विस सेंटर और जन औषधि केंद्र जैसे प्रयास शामिल हैं। यह पहल ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने और उनकी आजीविका को बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है।

गणतंत्र दिवस परेड में भागीदारी का महत्व

गणतंत्र दिवस परेड में PACS प्रतिनिधियों को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित करना उनके योगदान को मान्यता देने के साथ-साथ उन्हें प्रेरित करने का भी संकेत है। यह आयोजन दर्शाता है कि PACS केवल वित्तीय संस्थान नहीं हैं, बल्कि ग्रामीण विकास और सामुदायिक कल्याण के केंद्र के रूप में उभर रहे हैं।

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