जैन पाइप के नाम और लोगो से डुप्लीकेट पाइप बनाने वाली कम्पनी का भांडा फोड़
25 जनवरी 2025, इंदौर: जैन पाइप के नाम और लोगो से डुप्लीकेट पाइप बनाने वाली कम्पनी का भांडा फोड़ – देश की प्रतिष्ठित कम्पनी जैन इरिगेशन सिस्टम्स लि के ब्रांड नेम से अन्य कम्पनी द्वारा सिंचाई पाइप बनाने की फैक्ट्री पकड़ने का मामला सामने आया है। दिल्ली कोर्ट के आदेश के बाद जैन इरिगेशंस सिस्टम्स लि के लीगल एडवाइज़र नवकार एसोसिएट्स के अधिवक्ता नम्रता जैन एवं श्री विजय सोनी द्वारा शुक्रवार को लसूड़िया मोरी, इंदौर स्थित जैन पाइप्स एन्ड स्प्रिंकलर्स प्रा लि नामक कम्पनी की फैक्ट्री से इंदौर पुलिस द्वारा लोकल कमिश्नर की मौजूदगी में बड़ी मात्रा में जैन पाइप के नाम से बने पाइप जब्त कर फैक्ट्री को सील कर दिया गया है ।
बता दें कि कंपनी को लगातार शिकायत मिल रही थी की इंदौर में नकली पाइप निर्माता जैन पाइप्स एंड स्प्रिंकलर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के द्वारा नकली पाइप मार्केट में बेचे जा रहे हैं , जो हूबहू प्रसिद्ध कंपनी जैन इरिगेशंस सिस्टम्स लिमिटेड के ब्रांड जैन पाइप की तरह ही दिखता है,जो कि जैन इरिगेशंस सिस्टम्स लिमिटेड के रजिस्टर्ड व्यापार चिन्ह और रजिस्टर्ड कॉपीराइट स्टाइल का उल्लंघन है। इसके बाद जैन इरिगेशंस सिस्टम्स लि द्वारा दिल्ली वाणिज्यिक न्यायालय में वाद दायर किया गया। वाणिज्यिक न्यायालय द्वारा नियुक्त लोकल कमिश्नर श्री प्रत्यूष रंजन ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से कम्पनी के लसूड़िया मोरी स्थित परिसर में पहुंच कर कार्यवाही कर कई पाइप जब्त किये।
लोकल कमिश्नर की कार्यवाही में पाया गया कि वहां पर जैन इरिगेशंस सिस्टम्स लिमिटेड के रजिस्टर्ड व्यापार चिन्ह और रजिस्टर्ड कॉपीराइट का उलंघन कर नकली नाम से पाइप बेचे जा रहे हैं , जिसे लोकल कमिश्नर के द्वारा सर्च एन्ड सीज़र कर माल को सील किया गया। वाणिज्यिक न्यायालय के उक्त आदेश के जारी होने से अब इस नाम से पाइप को खरीदना , स्टॉक में रखना, बेचना, मार्केटिंग व विज्ञापन करना न्यायालय के आदेश का उल्लंघन होगा एवं उसके खिलाफ कानूनी कारवाई की जावेगी।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: