राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

रामतिल का एमएसपी 983 रुपये बढ़ा, सभी खरीफ फसलों में सबसे ज्यादा

21 जून 2024, नई दिल्ली: रामतिल का एमएसपी 983 रुपये बढ़ा, सभी खरीफ फसलों में सबसे ज्यादा – सेंट्रल कैबिनेट ने विपणन सत्र 2024-25 के लिए खरीफ की प्रमुख फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है। इस वृद्धि में  रामतिल का एमएसपी 7734 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 8717 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। यह वृद्धि 983 रुपये प्रति क्विंटल की है। जो पिछले वर्ष की तुलना मे 12.7% अधिक है। जो सभी खरीफ फसलों में सबसे अधिक वृद्धि है।

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केंद्र सरकार का रामतिल को बढ़ावा देने का कारण

केंद्र सरकार द्वारा रामतिल के एमएसपी में वृद्धि के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं:

  1. घरेलू तेल उत्पादन को बढ़ावा: भारत में खाद्य तेलों की मांग बहुत अधिक है और इसका अधिकांश हिस्सा आयात पर निर्भर है। रामतिल के एमएसपी में वृद्धि से घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे आयात पर निर्भरता कम होगी।
  2. किसानों की आय में वृद्धि: उच्च एमएसपी से किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिलेगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
  3. पोषण सुरक्षा: रामतिल का तेल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। इसका उत्पादन बढ़ाकर सरकार पोषण सुरक्षा को सुनिश्चित करना चाहती है।
  4. कृषि क्षेत्र की स्थिरता: एमएसपी में वृद्धि से कृषि क्षेत्र में स्थिरता आएगी और किसानों को वित्तीय सुरक्षा मिलेगी।

रामतिल एक महत्वपूर्ण तिलहन फसल है जो मुख्य रूप से मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा और झारखंड जैसे राज्यों में उगाई जाती है। इसकी उच्च तेल सामग्री और कृषि संबंधी लाभों के कारण इसकी मांग बनी रहती है। सरकार ने किसानों को प्रोत्साहित करने और तेलहनों के उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रामतिल के एमएसपी में यह अभूतपूर्व वृद्धि की है।

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