कृषक जगत समाचार@ 5.00 PM: रबी फसल बुआई I ट्रैक्टर मॉडल I पीएम-किसान I धान खरीद I जैव उर्वरक I दुग्ध हब
10 दिसंबर 2024, नई दिल्ली: नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक कृषक जगत की 10 बड़ी खबरें…
1. रबी फसलों की बुआई 6 दिसंबर 2024 तक: 493 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि पर बुवाई
भारत में रबी फसलों की बुआई इस वर्ष तेजी से बढ़ी है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने 6 दिसंबर 2024 तक के आंकड़े जारी किए हैं, जिनसे पता चलता है कि कुल बुआई क्षेत्र 493.62 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष के 486.30 लाख हेक्टेयर की तुलना में अधिक है। पूरी खबर पढ़े….
2. देश में गेहूं की बोनी 200 लाख हेक्टेयर पार
गेहूं उत्पादक प्रमुख राज्यों में रबी फसलों की बुवाई ने रफ्तार पकड़ ली है। हालांकि कुल बुवाई गत वर्ष से लगभग 17 लाख हेक्टेयर आगे है। देश में अब तक 428 लाख 84 हजार हेक्टेयर में बोनी कर ली गई है, जबकि गत वर्ष इस अवधि में 411 लाख 80 हजार हेक्टेयर में बोनी हुई थी। अब तक गेहूं की बुवाई 200.35 लाख हेक्टेयर में हो गई है, जो गत वर्ष 187.97 लाख हेक्टेयर में हुई थी। चालू रबी में तिलहनी फसलों की बुवाई धीमी चल रही है। पूरी खबर पढ़े….
3. ₹5 लाख के तहत उपलब्ध 67 ट्रैक्टर: भारतीय किसानों के लिए किफायती समाधान
भारत में, किसानों के लिए ₹5 लाख के तहत लगभग 67 ट्रैक्टर मॉडल उपलब्ध हैं, जो विभिन्न कृषि जरूरतों के लिए उपयुक्त हैं। इस मूल्य सीमा में प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियां कैप्टन, सोनीलिका, वीएसटी, एसी, महिंद्रा, स्वराज, मेस्सी फर्ग्यूसन, पावरट्रैक, इंडो फार्म, फोर्स, कुबोटा, न्यू होलैंड, प्रीतऔर सोलीस जैसी कंपनियों के ट्रैक्टर शामिल हैं, जो भारतीय किसानों के लिए एक व्यापक चयन प्रदान करती हैं। पूरी खबर पढ़े….
4. लोकसभा में एमएसपी पर चर्चा: फसलों के समर्थन मूल्य में बड़ा इजाफा
लोकसभा में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने किसानों को उनकी लागत पर 50% लाभ जोड़कर एमएसपी तय करने का फैसला किया है। उन्होंने पूर्व की सरकारों पर एमएसपी को लेकर उदासीन रवैया अपनाने का आरोप भी लगाया। पूरी खबर पढ़े….
5. पीएम-किसान के अपात्र लाभार्थियों से ₹335 करोड़ की वसूली
योजना के तहत अब तक अपात्र लाभार्थियों से ₹335 करोड़ की वसूली की जा चुकी है। फरवरी 2019 में शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य भूमिधारी किसानों के परिवारों को सालाना ₹6,000 की आर्थिक सहायता प्रदान करना है। यह राशि तीन बराबर किस्तों में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जाती है। यह योजना दुनिया की सबसे बड़ी DBT योजनाओं में से एक है, जो बिचौलियों की भूमिका समाप्त करते हुए लाभार्थियों तक सहायता पहुंचाती है। पूरी खबर पढ़े….
6. धान खरीद के लिए किसानों को ₹65,695 करोड़ का भुगतान
सरकार ने खरीफ विपणन सत्र (केएमएस) 2024-25 के लिए धान (सामान्य) का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) ₹2,300 प्रति क्विंटल और धान (ग्रेड-ए) का एमएसपी ₹2,320 प्रति क्विंटल तय किया है। 1 दिसंबर 2024 तक एमएसपी योजना के तहत धान खरीद के लिए किसानों को कुल ₹65,695 करोड़ का भुगतान किया गया है। पूरी खबर पढ़े….
7. जैव उर्वरक का प्रयोग और उनके लाभ
जैव उर्वरक ऐसे पदार्थ होते हैं जिनमें सूक्ष्म जीव होते हैं, जो पौधों को आवश्यक पोषक तत्वों की आपूर्ति बढ़ाकर पौधों और पेड़ों की वृद्धि को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। इसमें जीवित जीव शामिल हैं जिनमें माइकोरिज़ल कवक, नीले-हरे शैवाल और बैक्टीरिया शामिल हैं। माइकोरिज़ल कवक पौधे के लिए कार्बनिक पदार्थों से खनिजों को प्राथमिकता देते हैं जबकि साइनोबैक्टीरिया नाइट्रोजन स्थिरीकरण की विशेषता रखते हैं। पूरी खबर पढ़े….
8. किसान ई-मित्र चैटबॉट: किसानों की शिकायतों का एआई से त्वरित समाधान
कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय (MoA&FW) ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की शक्ति को अपनाते हुए किसानों की अनूठी चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक व्यापक रणनीति तैयार की है। यह रणनीति नीति-निर्माण, संसाधन प्रबंधन, अनुसंधान और सेवा वितरण के विभिन्न पहलुओं में एआई तकनीकों के एकीकरण पर केंद्रित है, जिसका उद्देश्य अधिक कुशल और प्रभावी परिणाम प्राप्त करना है। पूरी खबर पढ़े….
9. बिहार का नया दुग्ध हब: गोपालगंज में शुरू हुआ मेगा प्रोजेक्ट
बिहार के गोपालगंज जिले के बैरिया गांव में एक बड़े दुग्ध उत्पादन संयंत्र का शिलान्यास किया गया। इस परियोजना का उद्देश्य पशुपालकों और किसानों को सशक्त बनाना और रोजगार के नए अवसर प्रदान करना है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बहुप्रतीक्षित परियोजना की नींव रखी, जिसका उद्देश्य स्थानीय दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देना है। पूरी खबर पढ़े….
10. एग्री एम्पलाइज एसोसिएशन बैठक आयोजित
(कृषक जगत हरीश साहू ) जिले में गतिशील एग्रीकल्चर एम्प्लाइज एसोसिएशन की बैठक चंदनगाव के भरतादेव में आयोजित की गई। बैठक की शुरुआत में एसोसिएशन के सभी सदस्यों ने परिचय दिया । अध्यक्ष श्री मुकेश बुनकर ने सभी सदस्यों को सम्बोधित कर आगामी कार्ययोजना से अवगत कराया एसोसिएशन में सभी सदस्यों के हितलाभ,उनकी समस्याओं, सदस्यता शुल्क पर भी विचार विमर्श किया गया। पूरी खबर पढ़े….