राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

19 दिसंबर को किसान गर्जना रैली

17 दिसम्बर 2022, नई दिल्ली: 19 दिसंबर को किसान गर्जना रैली – भारतीय किसान संघ आगामी 19 दिसंबर 2022 को दिल्ली के रामलीला मैदान में एक विशाल किसान गर्जना रैली का आयोजन कर रहा है। आज भी किसान सभी आदानों को एम.आर.पी. में खरीदता तो है लेकिन बेचने के समय एम.एस.पी. की बात चलती है। भारतीय किसान संघ के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष एवं अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य हरपाल सिंह डागर और दिल्ली प्रांत के प्रचार प्रमुख अरविंद भारद्वाज ने किसान संघ की विभिन्न माँगो के बारे में बताया कि किसानों को 

1. लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य मिलें।

2. किसान सम्मान निधि में आदानों की दर वृद्धि के अनुपात में वृद्धि हो।

3. कृषि आदानों को जी.एस.टी. मुक्त करें। 

4. जी.एम. फसलों की अनुमति वापिस लें।

स्वतंत्रता के 75 वर्षों के बाद किसान आज भी इंतजार में है कि उनको कब न्याय मिलेगा। कम से कम ‘‘लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य’’ तो मिलें।

यद्पि सरकार ने किसान सम्मान निधि का एक अच्छा कदम सही दिशाा में अपर्याप्त कदम था, फिर भी किसानों ने उसका खुले दिल से स्वागत किया। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि किसानों के लिए एक छोटा सा बड़ा कदम है। मगर ये वर्ष 2019 की किसान सम्मान निधि 6,000 रू. प्रतिवर्ष आज की स्थिति में, सारे आदानों में मूल्य वृद्धि के कारण बहुत ही कम लगता है। 
सरकार किसान के हित में सोचकर खाद में सब्सिडी तो देता है लेकिन ये अधिकतर किसान के हित में न होकर कम्पनियों के हित में है। हाल ही में पर्यावरण मंत्रालय ने जी.एम. सरसों को अनुमति दी है। इधर सरकार प्राकृतिक खेती , जैव विविधता , मधुमक्खी पालन की बात करते है, पंचमहाभूत के संरक्षण की बात करते है, उधर पर्यावरण मंत्रालय इन सभी के विपरीत जी.एम. फसलों की तरफदारी कर रहे है।

ऐसे ही हर क्षेत्र को पानी के लिए नदी जोड़ने की घोषणा तो हुई है लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ दिख नही रहा है।

इसलिए भारतीय किसान संघ आगामी 19 दिसंबर 2022 को दिल्ली के रामलीला मैदान में किसान गर्जना रैली का आयोजन कर रहा है। देश के सभी प्रांतों से करीब 560 जिलों से प्रतिनिधि आयेंगे । 

महत्वपूर्ण खबर: कपास मंडी रेट (15 दिसम्बर 2022 के अनुसार)

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