राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

भारत के गैर-बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध के फैसले से दुनियाभर में मची खलबली 

29 जुलाई 2023, नई दिल्ली: भारत के गैर-बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध के फैसले से दुनियाभर में मची खलबली – भारत सरकार के गैर-बासमती चावल पर रोक लगाने के फैसले ने पूरी विश्व की चिंताए बड़ा दी हैं, क्योकि अंतरराष्ट्रीय  बाजार में भारत के चावलों की एक बड़ी हिस्सेदारी हैं। इसलिए भारत सरकार के इस फैसले से दुनिया भर में चावल की कीमत बहुत बढ़ गई हैं। इससे परेशान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत से गैर-बासमती चावल के प्रतिबंध पर दोबारा विचार करने के लिए कहा हैं।

हांलाकि इस पर आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया हैं, लेकिन सरकार से सरकार को बेचे जाने वाले गैर-बासमती चावल के लिए आग्रह पर विचार किया जा सकता हैं। भारत पश्चिमी अफ्रीका के देशों के लिए तो प्रमुख आपूर्तिकर्ता के रूप में चावल का निर्यात करता हैं। इन देशों को ध्यान में रखते हुए सरकार अपने फैसले पर विचार कर सकती  हैं, क्योकि भारत वहां प्रमुख आपूर्तिकर्ता हैं।

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प्रतिबंध का इतना असर क्यो?

भारत की वैश्विक चावल निर्यात में 40 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी हैं। पूरे विश्व में भारत 140 से अधिक देशों के लिए गैर-बासमति चावल का निर्यात करता हैं। 2022 में भारत का चावल शिपमेंट अनाज के अगले चार बड़े निर्यातकों थाइलैंड, पाकिस्तान, वियतनाम और अमेरिका के संयुक्त शीपमेंट से अधिक था। लेकिन अब रोक के कारण खाड़ी के आयातक देश वियतनाम, पाकिस्तान और थाइलैंड जैसे देशों से अपनी जरूरतें पूरी कर रहे हैं।

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