राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

कॉफी उत्पादन और निर्यात में तेजी से आगे बढ़ रहा भारत

22 जनवरी 2025, नई दिल्ली: कॉफी उत्पादन और निर्यात में तेजी से आगे बढ़ रहा भारत – भारत कॉफी उत्पादन और निर्यात में तेजी से आगे बढ़ रहा है. दो साल में कॉफी निर्यात दोगुना बढ़कर 1.29 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है. देश में सर्वाधिक उत्पादन कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में हो रहा है. वहीं, वैश्विक स्तर पर कॉफी उत्पादन में भारत 7वें नंबर पर पहुंच गया है. कॉफी उत्पादन को बढ़ाने और बढ़ती घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मांग को पूरा करने के लिए भारतीय कॉफी बोर्ड ने कई महत्वपूर्ण पहल शुरू की हैं.

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार भारतीय कॉफी अब दुनिया भर में खूब पसंद की जाती है. भारत अब वैश्विक स्तर पर सातवां सबसे बड़ा कॉफी उत्पादक है, जिसका निर्यात वित्त वर्ष 2023-24 में 1.29 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है. यह 2020-21 के 719.42 मिलियन डॉलर से लगभग दोगुना है. भारतीय कॉफी बोर्ड निर्यात को और बढ़ाने के साथ ही किसानों को अधिक लाभ पहुंचाने पर फोकस कर रहा है.  भारतीय कॉफी के अनूठे स्वाद और लगातार बढ़ती मांग से भारत के कॉफी निर्यात में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी हुई है. जनवरी 2025 की पहली छमाही में भारत ने इटली, बेल्जियम और रूस सहित शीर्ष खरीदारों के साथ 9300 टन से अधिक कॉफी का निर्यात किया. भारत के कॉफी उत्पादन का लगभग तीन-चौथाई हिस्सा अरेबिका और रोबस्टा किस्म की कॉफी से होता है. इन्हें मुख्य रूप से बिना भुने बीन्स के रूप में निर्यात किया जाता है. हालांकि, भुनी हुई (रोस्टेड) और इंस्टेंट कॉफी जैसे उत्पादों की मांग बढ़ने से निर्यात में तेजी आई है. भारत की कॉफी मुख्य रूप पश्चिमी और पूर्वी घाटों में उगाई जाती है, जो अपनी जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध क्षेत्र हैं. कर्नाटक कॉफी उत्पादन में सबसे आगे है, जिसने 2022-23 में 248,020 टन कॉफी उत्पादन का योगदान दिया. इसके बाद केरल ने 73 हजार टन और तमिलनाडु ने 19 हजार टन से अधिक का उत्पादन में योगदान दिया है. ये क्षेत्र छायादार बागानों का घर हैं जो न केवल कॉफी उद्योग की मदद करते हैं बल्कि प्राकृतिक पर्यावरण को संरक्षित करने में भी अहम भूमिका निभाते हैं.

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